
देश में डाक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए मेडिकल शिक्षा क्षेत्र में गैर सरकारी क्षेत्र की भागीदारी पर केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने दिया ज़ोर, डाक्टरों से विदेश में पढाई पूरी करने के बाद भारत में सेवा देने का किया आह्वान.
सूचना प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में गैर सरकारी भागीदारी की ज़रूरत पर जोर दिया है। चेन्नई में श्री रामचंद्रा विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद से ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत काफी चुनौतियों का सामना कर रहा है।
सूचना प्रसारण मंत्री ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 ने विवाद और शिकायतों के जल्द निपटारे के लिए मेडिकल ट्रिबूनल के गठन की सिफारिश की है। सूचना प्रसारण मंत्री ने कहा कि विकसित देशों की तुलना में भारत अपने जीडीपी के 4.2 प्रतिशत स्वास्थ्य की देखभाल पर खर्च करता है।
वेंकैया नायडू ने यह भी कहा कि देश में डॉक्टरों की काफी कमी है और ज्यादा से ज्यादा लोगों को पूरी निष्ठा के साथ इस क्षेत्र में आकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर देशवासियों की सेवा करनी चाहिए।
