केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने “मेडिसिन अपडेट बीजेएमएफकॉन 2024” का किया उद्घाटन

नई दिल्ली 20 अक्टूबर 2024। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री, जे.पी. नड्डा ने आज यहां बिहार और झारखंड मेडिकल फोरम (बीजेएमएफ) द्वारा आयोजित “मेडिसिन अपडेट बीजेएमएफकॉन 2024” का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री नड्डा ने ‘स्मारिका और बीजेएमएफ निर्देशिका’ का भी विमोचन किया।
बिहार और झारखंड मेडिकल फोरम (बीजेएमएफ) बिहार और झारखंड राज्यों के डॉक्टरों की एक सामाजिक-वैज्ञानिक संस्था है जो लंबे समय से दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में प्रैक्टिस कर रही हैं और इस क्षेत्र के लोगों की सेवा कर रही है। पहला मेडिसिन अपडेट 2023 में आयोजित किया गया था। दूसरा मेडिसिन अपडेट बीजेएमएफकॉन आज आयोजित किया गया।
बीजेएमएफकॉन 2024 को संबोधित करते हुए श्री नड्डा ने कहा, “मुझे यह जानकर खुशी हुई कि बीजेएमएफ अपने सामाजिक, शैक्षणिक और वैज्ञानिक कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा है। आप सभी न केवल अपने लिए डॉक्टर बने हैं, बल्कि समाज को भी प्रतिदान दिया है। बीजेएमएफ द्वारा आयोजित ऐसे सम्मेलनों, निरंतर चिकित्सा शिक्षा, सेमिनार, समूह चर्चा और पैनल चर्चा के माध्यम से खुद को जागरुक करते हुए समाज तक पहुँच सुनिश्चित करने के लिए आपके द्वारा संयुक्त प्रयास किए गए हैं।”
देश के स्वास्थ्य परिदृश्य को बदलने के सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए, श्री नड्डा ने कहा कि “प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, सरकार सभी को उच्च गुणवत्ता और किफायती स्वास्थ्य सेवा सुविधाएँ सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है” और “एक व्यापक स्वास्थ्य नीति को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है जो सभी को समग्र, समावेशी, निवारक, प्रोत्साहक, उपचारात्मक, उपशामक और पुनर्वासात्मक देखभाल प्रदान करती है।”
देश में स्वास्थ्य सेवा के निवारक पहलुओं और रोगों का शीघ्र पता लगाने के सरकार के प्रयासों को रेखांकित करते हुए, उन्होंने कहा कि, “भारत में 1.73 लाख उच्च गुणवत्ता वाले आयुष्मान आरोग्य मंदिर हैं जो एक डिजिटल उच्च-गुणवत्ता वाले मूल्यांकन से गुजरते हैं। भारत में कुल आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में से 10,716 बिहार में हैं जहाँ 8.35 करोड़ लोगों का आगमन हुआ है और 4.36 करोड़ गैर-संचारी रोगों की (एनसीडी) स्क्रीनिंग हुई है, जबकि झारखंड में 3,825 आयुष्मान आरोग्य मंदिर हैं जहाँ 2.33 करोड़ लोगों का आगमन हुआ है और 2.12 करोड़ एनसीडी स्क्रीनिंग हुई है।”