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किसानों को मक्का, दलहनी फसलों व फल-फूल की खेती के लिए करें प्रोत्साहित: कलेक्टर डॉ. बसवराजु एस.

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रायपुर : कलेक्टर डॉ. बसवराजु एस. ने जिले के किसानों को रबी में धान के स्थान पर मक्का, चना, मटर, मसूर, मूंग, उड़द, तिवड़ा आदि दलहनी फसलों के साथ ही जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए है उन्होंने कहा कि इससे किसानों को बेहतर आमदनी प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को नियमित रूप से अपने क्षेत्र के किसानों की बैठकें लेकर उन्हें इसके लिए प्रेरित करने को कहा है। कलेक्टर ने कहा कि इसी तरह जिले में फल और फूल की खेती को बढ़ावा दिया जाए। इच्छुक किसानों को राज्य में यहां राज्य के जहां किसान फल-फूल की बेहतर खेती कर रहे है उनके परिक्षेत्र का भ्रमण कराया जाए ताकि वो इससे फायदे और आधुनिक तकनीकों से रू-ब-रू होकर इसे अपना सके। उन्होंने इसके लिए विभाग द्वारा विशेष अभियान भी चलाने के निर्देश दिए है।

कलेक्टर डॉ.बसवराजु एस. ने कहा कि किसानों को मृदा स्वास्थ्य परीक्षण कार्ड प्रदान किया जा रहे है यह काफी नही है बल्कि किसानों को उनके खेत की मिट्टी की सेहत के अनुरूप खाद-बीज की उपलब्धता और जानकारी मुहैया करायी जाए जिससे वो इसका लाभ उठा सकेें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जैविक उत्पादों की मांग बहुत बढ़ रही है, बहुत से किसान जैविक खेती कर भी रहे है, इन किसानों का सर्वे कर उन्हें मार्केट से लिंक किया जाए ताकि उन्हेें उनके उत्पादों का बेहतर दाम मिल सके। इसे देखकर जिले के अन्य किसान भी जैविक खेती की ओर अग्रसर होंगे। कलेक्टर ने कहा कि लोग खुले में अपने मवेशी न छोड़े इसके लिए भी कृषि और उद्यानिकी विभाग का मैदान अमला ग्राम पंचायतांे के सहयोग से लोगों को समझाईश दी जाए साथ ही मवेशियों के लिए गांव में एक स्थान सुरक्षित कर वहां उनके लिए व्यवस्था की जाए।

मछली पालन विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि जिले में करीब 4800 तालाब है, हर गांव में एक या दो तालाब को निस्तारी के लिए छोड़कर उन्हें मछलीपालन के लिए समिति के साथ स्व सहायता समूहों को दिया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग मछलीपालन से बेहतर आमदनी प्राप्त कर अपना जीवकोपार्जन कर सके। कलेक्टर ने पशुधन विकास विभाग की समीक्षा के दौरान पशुओं के टीकाकरण, चिकित्सा केन्द्रों में दवाईयों की उपलब्धता और दुग्ध सहकारी समितियों के संबंध मंे जानकारी ली। बैठक में कृषि, उद्यानिकी, मछलीपालन और पशुधन विकास विभाग के जिला व विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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