
आश्रम/छात्रावास परिसर में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने के दिए निर्देश
जिला शिक्षा अधिकारी को संकुल स्तर पर बैठक आयोजित कर बच्चों के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी हेतु कार्ययोजना तैयार करने के दिए निर्देश
बलरामपुर। कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार एवं जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव ने विकासखण्ड बलरामपुर एवं राजपुर के विभिन्न स्कूलों, आश्रम/छात्रावास तथा आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने शासकीय प्राथमिक शाला डुमरखी के दोनों हाथों से दिव्यांग छात्र निशांत पैकरा से आत्मीयता पूर्वक बात कर तत्काल व्हीलचेयर प्रदाय करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए, जिस पर अमल करते हुए उप संचालक समाज कल्याण द्वारा व्हीलचेयर प्रदान किया गया।
कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने सर्वप्रथम विकासखण्ड बलरामपुर के शासकीय प्राथमिक शाला डुमरखी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना तथा उनसे हिन्दी एवं अंग्रेजी वर्णमाला और कविता सुनाने को कहा। जिस पर कक्षा 5वीं की छात्रा कुमारी प्रतिमा ने पूरे उर्जा के साथ हिन्दी कविता ’लहरों के डर से नौका पार नहीं होती…कोशिश करने वाले की कभी हार नहीं होती…’ सुनाई, यह सुनकर कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ ने उसे शाबासी देते हुए अच्छे से पढ़ाई करने हेतु प्रेरित किया। कलेक्टर ने प्रतिमा से पूछा कि वह आगे पढ़कर क्या बनना चाहती है तो प्रतिमा ने बताया कि वह फौजी बनकर देश की सेवा करना चाहती है, कुमारी प्रतिमा के प्रतिभा और उत्साह को देखते हुए कलेक्टर ने उसे अच्छी तैयारी कर नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा में शामिल होने का सुझाव दिया। उन्होंने वहां पदस्थ शिक्षकों को नवोदय विद्यालय में प्रवेश की तैयारी हेतु बच्चों को पठन सामग्री प्रदाय करने एवं अतिरिक्त कक्षा संचालित कर पढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला मिशन समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान को मेधावी छात्र-छात्राओं का चिन्हांकन कर प्रतियोगी परीक्षा जैसे नवोदय, एकलव्य विद्यालय, प्रयास, सैनिक स्कूल में प्रवेश हेतु तैयारी कराने के निर्देश दिए। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी को संकुल स्तर पर मीटिंग लेकर बच्चों के प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी हेतु कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूल भवन में शौचालय एवं बाउण्ड्रीवॉल नहीं होने पर तत्काल शौचालय एवं बाउण्ड्रीवॉल का निर्माण कराने के निर्देश दिए।
शासकीय प्राथमिक शाला डुमरखी के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार कक्षा 4थी में अध्ययनरत दिव्यांग छात्र निशांत पैकरा से मिले। निशांत दोनों हाथों से दिव्यांग हैं तथा वे अपने पैरों से ही लेखन कार्य सहित अपने अन्य कार्य करते हैं और सामान्य बच्चों के बीच बैठकर पढ़ाई भी करते हैं। यह देखकर कलेक्टर ने निशांत से बड़ी आत्मीयता से मुलाकात कर हाथ मिलाया और उसके जज्बे को सलाम किया। उन्होंने निशांत से पूछा कि वे बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं, तो निशांत ने बताया कि वे कलेक्टर बनना चाहता है। इस पर कलेक्टर ने कहा कि यदि आपको मेरे जैसा बनना है तो खुब मन लगाकर पढ़ाई करनी होगी तथा उन्होंने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस दौरान छात्र ने कलेक्टर से व्हीलचेयर की मांग की जिस पर कलेक्टर ने संबंधित अधिकारी को व्हीलचेयर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, कलेक्टर की पहल पर उप संचालक समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांग छात्र को तत्काल व्हीलचेयर प्रदान किया गया।
इसी प्रकार शासकीय प्राथमिक शाला दलधोवा के निरीक्षण के दौरान बच्चों से मुलाकात कर उनके पढ़ाई व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने बच्चों से शिक्षक कैसे पढ़ाते हैं, वे नियमित कक्षा लेते हैं या नहीं तथा मध्यान्ह भोजन में क्या-क्या मिलता है, आदि की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों की उपस्थिति पंजी का अवलोकन कर पर वहां पदस्थ 02 शिक्षकों के लंबे समय से मेडिकल अवकाश पर रहने की जानकारी मिली, जिस पर उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को जांच करने के निर्देश दिए।
उन्होंने पस्ता स्थित आदिवासी बालक आश्रम व पहाड़ी कोरवा कन्या छात्रावास का भी निरीक्षण करते हुए छात्रावास अधीक्षिका से वहां निवासरत छात्र-छात्राओं के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने 10वीं की कक्षा में पहुंच कर छात्र-छात्राओं से गणित का सवाल ब्लैकबोर्ड में लिखकर हल कराया। उन्होंने आदिवासी बालक आश्रम को रंग-रोगन और पहाड़ी कोरवा कन्या छात्रावास को नये भवन में शिफ्ट करने के निर्देश देते हुए जर्जर एवं अनुपयोगी भवन को तोड़कर गार्डनिंग कर मॉडल छात्रावास बनाने को कहा।
इस दौरान कलेक्टर एवं जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी विकासखण्ड राजपुर के कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय एवं पहाड़ी कोरवा कन्या शिक्षा परिसर के निरीक्षण में पहुंचे तथा वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया व बालिकाओं से स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अधीक्षिका से आवासीय विद्यालय का रंग-रोगन करने, सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने, आगंतुक पंजी का संधारण, सीसीटीव्ही कैमरे का मॉनिटरिंग करने तथा बाउण्ड्रीवॉल को कंटिलादार बनाने और आवश्यक व्यवस्थाएं दूरूस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य कार्यपालन जनपद पंचायत से समन्वय स्थापित कर छात्रावास में उपयोग आने वाली सामग्रियां जैसे सरसों तेल, साबुन, मसाला आदि सी-मार्ट अथवा सीधे स्व-सहायता समूह से ही क्रय करने को कहा।
कलेक्टर एवं जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने विकासखण्ड राजपुर के ग्राम पंचायत अलखडीहा(पटेलपारा) स्थित आदर्श आंगनबाड़ी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आँगनबाड़ी कार्यकर्ता से बच्चों की संख्या उपस्थिति की जानकारी ली तथा आंगनबाड़ी के अंतर्गत कोई बच्चा कुपोषित तो नही है, इसकी जानकारी ली। बच्चों को दी जाने वाली भोजन को चख कर उन्हें पौष्टिक आहर भोजन के रूप में प्रदान करने को कहा तथा बच्चों से बात कर पूछा कि आँगनबाड़ी में अच्छा लगता है कि नहीं, जिस पर सभी बच्चों ने एक साथ हॉ में जवाब दिया। कलेक्टर एवं सीईओ ने आंगनबाड़ी में लगे पोषण वाटिका का भी उन्होंने अवलोकन किया तथा आँगनबाड़ी की साफ सफाई देख कर प्रसन्नता जाहिर की।
इस अवसर पर एसडीएम श्री प्रवेश पैंकरा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री के.एल.महिलांगे, महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री जे.आर.प्रधान, सहायक आयुक्त आदिवासी श्री आर.के.शर्मा, जिला मिशन समन्वयक, सर्व शिक्षा अभियान श्री रामप्रकाश जायसवाल, तहसीलदार राजपुर श्री सुरेश कुमार राय सहित विकासखड स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
