
दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के चेयरमैन शशांक मनोहर ने अपने पद से हटने के फैसले को फिलहाल तब तक के लिए टाल दिया है जब तक कि 2017 की वार्षिक कांफ्रेंस के पूरा होने के बाद नया उत्तराधिकारी नहीं चुन लिया जाता है।
आईसीसी बोर्ड प्रस्ताव के बाद यह फैसला आया, जब उनसे पद पर बने रहने का आग्रह किया गया, जिसका इस सप्ताह के शुरू में जबर्दस्त तरीके से समर्थन किया गया। मनोहर के लिए दिखे शानदार समर्थन में बोर्ड ने उनसे इस्तीफा वापस लेने या फिर इसे कम से कम तब तक के लिए टालने को कहा, जब तक शासन और वित्तीय ढांचे के दोबारा गठन से संबंधित मौजूदा प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती है।
इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए मनोहर ने कहा, “मैं निदेशकों की भावनाओं और उन्होंने जो मुझ पर भरोसा दिखाया है, उसका सम्मान करता हूं। हालांकि निजी कारणों से मेरे इस पद से हटने का फैसला नहीं बदला है। मैं तब तक चेयरमैन पद पर बने रहने के लिए तैयार हूं जब तक प्रस्ताव के तहत जिम्मेदारियां पूरी नहीं हो जाती हैं।”
59 वर्षीय मनोहर मई, 2016 में निर्विरोध आईसीसी चेयरमैन चुने गए थे। वह आईसीसी के पहले स्वतंत्र चेयरमैन बने थे जिसका किसी भी सदस्य बोर्ड से संबंध नहीं था। दो बार के पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष मनोहर ने हैरानी भरा कदम उठाते हुए निजी कारणों का हवाला देते हुए पिछले बुधवार को आईसीसी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था।
उनके इस कदम ने सभी को चौंका दिया था, क्योंकि उन्हें इस पद पर आए हुए सिर्फ आठ महीने हुए थे, जबकि उनका कार्यकाल दो साल का था। मनोहर ने आईसीसी सीईओ डेव रिचर्डसन को ईमेल के जरिये इस्तीफा भेजा था, जिसमें अचानक उनके इस कदम को उठाने के बारे में स्पष्ट नहीं किया गया था।
