
नई दिल्ली – केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान यूनियन पिछले 28 दिनों से आंदोलन में बैठे हुए है। वही आज पूरा देश “राष्ट्रीय किसान दिवस” मना रहा है, एक तरफ भारतीय किसान यूनियन ने एलान किया है कि आज हम एक टाइम का खाना नही बनाएंगे। सभी किसान संगठनों ने लोगो से अपील किया है कि वे सभी भी आज दोपहर का भोजन ना पकाएं।
क्यों मनाया जाता है किसान दिवस : चौधरी चरण सिंह देश के ऐसे किसान नेता थे, जिन्होंने देश की संसद में किसानों के लिए आवाज बुलंद की थी। भारत के किसानों की स्थिति को सुधारने के लिए चरण सिंह ने काफी काम किए थे और यही कारण है कि सरकार ने साल 2001 में उनके जन्मदिवस को “राष्ट्रीय किसान दिवस” के रूप में मनाने का ऐलान किया। चौधरी चरण सिंह 28 जुलाई 1979 से लेकर 14 जनवरी 1980 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे। उनका जन्म 23 दिसंबर 1902 को पश्चिमी यूपी के हापुड़ में हुआ था। उन्होंने आगरा यूनिवर्सिटी से पढाई की और फिर गाजियाबाद में कुछ वक्त के लिए वकालत भी की। वे गांधी जी से काफी प्रभावित थे। उन्होंने गाजियाबाद में कांग्रेस कमेटी बनाई और जब गांधी जी ने नमक बनाने के लिए डांडी मार्च निकाला तब चरण सिंह ने भी हिंडन में नमक कानून को तोड़ा। इसके लिए उन्हें छह महीने की जेल हुई लेकिन जेल से निकलते ही वह फिर से देश सेवा में लग गए।
चौधरी चरण सिंह यूपी के मुख्यमंत्री भी रहे और इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण काम किए। उनकी वजह से ही किसान सही मायनों में स्वतंत्र हो सका। उन्होंने जमींदारी उन्मूलन किया और किसानों के हित के लिए लेखपाल पद बनाया। बाद में वे उपप्रधानमंत्री बने और फिर प्रधानमंत्री बनकर देश की सेवा की।
