मंदिरों में शिव भक्तों की लगी रही लंबी कतार

पहले सोमवार को लोगों ने की पूजा-अर्चना
महासमुंद। सावन का पहला सोमवार को शहर सहित क्षेत्र के मंदिरों में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की। वहीं गंधेश्वर महादेव सिरपुर में शिव भक्तों ने कांवड़ में जल लेकर जलाभिषेक किया।
सावन के महीने का आज पहला सोमवार होने के कारण मंदिरों में भक्तों की भीड़ जुटी रही। श्रावण मास 9 अगस्त रक्षाबंधन तक चलेगा। इस बीच भक्त पूरे महीने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक, रूद्राभिषेक कर पूजा-अर्चना करेंगे, जगह-जगह पार्थिव शिवलिंग का निर्माण किया जाएगा। सावन में अनेक स्थानों पर पूरे माह आयोजन चलेंगे। इसके अलावा कांवड़ से पवित्र जल लाकर मंदिरों में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया जाएगा। आज सुबह से ही सिरपुर के गंधेश्वर महादेव में महासमुंद , राजिम , शिवरीनारायण, समोदा से सैकड़ों भक्तजनों ने भगवान शिव का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की। गंधेश्वर महादेव के अभिषेक के लिए कांवड़ यात्री शनिवार को श्वेत गंगा बम्हनी जल लेने पहुंचते हैं और रविवार दोपहर सिरपुर पहुंचकर रात्रि विश्राम उपरांत सोमवार को बाबा गंधेश्वरनाथ का जलाभिषेक करते हैं। आज बम्हनी स्थित बम्हनेश्वर महादेव, कनेकेरा स्थित कनेकेश्वर महादेव का श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर भगवान शिव की पूजा-अर्चना की।
सावन में पार्थिव शिवलिंग पूजा का महत्व
सावन माह में पार्थिव शिव पूजन का विशेष महत्व है। मंदिरों में मिट्टी से पार्थिव शिवलिंग बनाकर अभिषेक पूजन का विशेष आयोजन होगा। माना जाता है कि भगवान विष्णु के क्षीरसागर में विश्राम के दौरान भोलेनाथ ही प्रकृति की बागडोर संभालते हैं और सावन माह में वे प्रकृति का आनंद लेते हैं। भगवान भोलेनाथ को प्राकृतिक वस्तुएं अर्पित करने का विधान है। इसमें बेलपत्र, धतूरा, फूल आदि भगवान भोलेनाथ को अर्पित किए जाते हैं।
जानकारी के अनुसार बम्हनी के बम्हनेश्वर महादेव मंदिर स्थित कुंड से जल लेकर शनिवार को कांवरिए जल लेकर सिरपुर की ओर रवाना हुए। इसी तरह जिले के अन्य क्षेत्रों से भी शिवभक्त कांवड़ में जल लेकर सिरपुर पहुंचे और गंधेश्वर महादेव का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की। श्री गंधेश्वरनाथ महादेव ट्रस्ट सिरपुर के सदस्यों ने बताया कि आज सिरपुर में भक्तों की लगभग 100 से अधिक संख्या रही जो काफी कम थी लेकिन तीसरे सोमवार से यह संख्या बढ़ेगी।