चोरी हुई हनुमान जी की मूर्ति बांध से बरामद, पुलिस ने दो आरोपी को किया गिरफ्तार
आपराधिक षड्यंत्र में शामिल 4 अन्य और अपराध में प्रयुक्त वाहन की तलाश
महासमुंद। ग्राम सिवनीकला में शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा रोकने के लिए ग्रामीणों द्वारा स्थापित श्री हनुमान जी की चोरी हुई मूर्ति पुलिस ने बंसुलाडबरी बांध से ढूंढ निकाली है। मामले में पुलिस ने बीएनएस की धारा 303 (2) एवं 61 (2) के तहत दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। जबकि, आपराधिक षड्यंत्र में शामिल 4 अन्य और अपराध में प्रयुक्त वाहन की तलाश में पुलिस जुट गई है।
जानकारी के अनुसार बागबाहरा ब्लॉक के ग्राम सिवनीकला में शासकीय भूमि पर कुछ लोगों के द्वारा अवैध कब्जे की कोशिश में जुटे थे। भूमि पर कब्जा होने से बचाने के लिहाजा से ग्रामीणों ने उस भूमि पर 4 फीट ऊंची हनुमान जी की मूर्ति हनुमान जन्मोत्सव के दिन स्थापित कर दी थी। 11-12 जुलाई की रात उक्त शासकीय भूमि से हनुमान जी की मूर्ति गायब होने के बाद हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की थी। मामले में डीएसपी मिलिंद पांडेय तथा कोमाखान थाना प्रभारी नितेश सिंग ने खोजबीन शुरू की और मामले में मुख्य आरोपी प्रेमलाल (55) तथा हितेश यादव (27) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया। बीती रात उनकी निशानदेही पर बंसुलाडबरी बांध से हनुमान जी की प्रतिमा पुलिस ने बरामद कर ली। पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी प्रेमलाल साहू ने पूरे मामले की साजिश रची थी। उसने अपने पुत्र छोटू साहू को उसके मित्रों के साथ मूर्ति को उखाड़कर उसे छिपाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। प्रेमलाल, हितेश के अलावा 4 और लोग इसमें शामिल थे। घटना की रात सभी योजनाबद्ध तरीके से ई-रिक्शा के जरिये ही उन्होंने मूर्ति को बांध तक पहुंचाया और 3-4 फीट पानी के भीतर उसे डूबा दिया। पुलिस ने मूर्ति को थाने में सुरक्षित रखा है। पुलिस फरार 4 आरोपियों की तलाश कर रही है।