ब्राम्हण समाज की महिलाओं ने मनाया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस

महासमुंद। छत्तीसगढ़ महिला ब्राम्हण समाज ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया। अध्यक्ष राजेश्वरी तिवारी ने अपने विचारों के साथ एक सुमधुर गीत गाया। संरक्षक रंजना शर्मा ने महिला दिवस की शुरूआत कैसे हुई, इसकी जानकारी दी। संरक्षक अरूणा शुक्ला ने कहा नारी की महिमा भारी नहीं ,न्यारी है, मातृ शक्ति संघर्षो से कब हारी हैं। संरक्षक इंद्राणी पांडेय ने भी विचार रखे । उपाध्यक्ष मधु तिवारी ने कहा कि सभी महिलाओं को आपस में एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए। सदस्य कुसुम शर्मा ने कहा कि नारी हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं। उन्हें अपनी सीमा रेखा निर्धारित कर जीवन में आगे बढ़ना है। सचिव प्रीति शर्मा ने स्वरचित कविता -नारी एक चलता फिरता समय चक्र है जो पूरी दुनिया को गतिमान रखती है सब कुछ खोकर भी बांट देने का हौसला रखती है, सुनाई । मीडिया प्रभारी विनती शर्मा ने बेटियों को आगे बढ़ने व अपने हौसलों को कायम रखने की बात कही। बिंदु आचार्य ने भी सभी को बधाई देते हुए मां का महत्व बताया। इस अवसर पर मनोरंजन खेल, मस्ती, के साथ समाज की सभी महिलाएं कुमकुम शुक्ला, रेणु शुक्ला, कुमुद दुबे, उषा शर्मा, रोशनी पांडेय, यशोदा तिवारी, दिव्या ने अपनी सहभागिता दी। आभार प्रदर्शन उपाध्यक्ष मधु तिवारी ने किया।