लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने में दे योगदान : कलेक्टर
स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास अधिकारी-कर्मचारी फील्ड में रहे सक्रिय
गरियाबंद 24 अक्टूबर 2025/ कलेक्टर बी.एस. उइके की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित हुई। उन्होंने विभागीय कामकाज की विस्तृत समीक्षा करते हुए जिले की स्वास्थ्य सुविधाएं, अधोसंरचना, मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित रखने, स्वास्थ्य केंद्रों में संस्थागत प्रसव को बढ़ाने एवं जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं का समुचित क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर उइके ने बैठक में जिले में उपलब्ध स्वास्थ्य अधोसंरचना, जनऔषधि, मुख्यमंत्री हाटबाजार क्लीनिक, सीएचसी-पीएचसी में उपलब्ध सुविधाएं सहित कुष्ठ उन्मूलन योजना, आयुष्मान भारत योजना, क्षय नियंत्रण कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना एवं परिवार कल्याण से संबंधित कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी ली। कलेक्टर ने अस्पतालों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रांे में बिजली, पानी एवं पहुंच मार्ग की भी जानकारी ली। उन्होंने सभी संबंधित संस्थाआंे में बिजली, सड़क की सुविधा एवं नलजल कनेक्शन प्रदान करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। उन्होंने सभी सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों में अन्य आवश्यक दवाइयों का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करने के लिए कहा। कलेक्टर ने बीएमओ सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों को फील्ड में जाकर मॉनिटरिंग करने और सावधानी बरतने के लिए लोगों को जागरूक करने हेतु निर्देशित किया। कलेक्टर ने कहा कि लोगों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए सभी स्वास्थ्य अमले अपना शत प्रतिशत योगदान दे। कलेक्टर ने जिले के टीबी मुक्त करने विशेष अभियान चलाने तथा लोगों को जागरूक करने के भी निर्देश दिये। इस अवसर पर बैठक में जिला पंचायत के सीईओ प्रखर चन्द्राकर, सीएमएचओ डॉ. यू.एस. नवरत्न, जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक पाण्डेय, सिविल सर्जन यशवंत कुमार ध्रुव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता विप्लव धृतलहरे, डीपीएम, समस्त बीएमओ, सीडीपीओ, बीपीएम, पर्यवेक्षक नोडल अधिकारी सहित स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
बैठक में कलेक्टर उइके ने मातृत्व स्वास्थ्य एवं शिशु स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी लेते हुए कहा कि मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य में दी जाने वाली सेवाओं को प्राथमिकता दें साथ ही कोई भी लाभार्थी स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित ना हो सभी स्वास्थ्य अधिकारी इस बात का विशेष ध्यान दें। मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने शत प्रतिशत प्रसव संस्थागत कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होंने सभी विकासखंडों में एनीमिया मुक्ति, कुपोषण स्तर में गिरावट लाने हेतु किए जा रहे कार्यों की जानकारी लेते हुए एनीमिक महिलाओं, कुपोषित बच्चों को गंभीरता से गर्म भोजन एवं पूरक पोषण आहार प्रदान करने के लिए कहा। उन्होंने पोषण पुनर्वास केंद्र में बेड आक्यूपेसी की जानकारी लेते हुए गंभीर कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कर प्राथमिकता से उन्हें स्वास्थ्य लाभ दिलाने निर्देश दिए। कलेक्टर ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत चिरायु दल द्वारा सभी स्कूलों आंगनबाड़ी केंद्रों का नियमित विजिट करने के लिए कहा एवं इलाज की आवश्यकता वाले बच्चों को गम्भीरता से स्वास्थ्य लाभ पहुचाने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अंतर्गत दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की टीका, कुष्ठ उन्मूलन, क्षय रोग, हाइपरटेंशन, कृमिनाशक एवं विटामिन दवा, तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम, मनोरोग चिकित्सा कार्यक्रम की भी समीक्षा करते हुए योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने सभी योजनाओं का शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने हेतु सभी अधिकारियों को व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने परियोजना अधिकारियों को 15-15 दिनों में आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों के शत प्रतिशत उपस्थिति, पोषण ट्रेकर में सही जानकारी अपलोड करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की उपस्थिति नियमित होने पर उनमें कुपोषण का दर भी कम होगा। साथ ही बच्चांे का टीकाकरण प्रत्येक माह में हो रहा है उनकी जानकारी फिल्ड में जाकर पोर्टल में उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। गर्भवती महिलाओं का एएनसी पंजीयन शत प्रतिशत कराने एवं टीकाकरण की स्थिति की जानकारी ले। इसके अलावा पूरक पोषण आहार की जानकारी, वजन त्यौहार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिताा की नियुक्ति, पीएमजनमन अंतर्गत आंगनबाड़ी भवन की जानकारी, स्वच्छ पेयजल के लिए रनिंग वॉटर, नोनी सुरक्षा योजना, सुकन्या समृद्धि, महतारी वंदन योजना, महिला कोष, स्पांसरशीप योजना, चाइल्ड हेल्प लाईन, सखी वन स्टाप सेन्टर, नवा बिहान, बाल विवाह रोकथाम, पॉक्सो प्रकरण, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी ली।
