ग्रामीण, स्कूल, कॉलेज एवं शहरी क्षेत्र में पुलिस द्वारा चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान

नशा मुक्त भारत पखवाड़ा जनजागरूकता अभियान मनाया गया
महासमुंद। जिला के ग्रामीण क्षेत्रो में साइबर अपराध एवं नशा मुक्ति अभियान, बाल विवाह रोकने एवं गोवंश तस्करों की जानकारी देने के संबंध में जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। जिसमें पुलिस टीम के द्वारा ग्रामीणों को विभिन्न प्रकार की जानकारियां साझा की गई।
पुलिस प्रशासन द्वारा 1 जुलाई से 24 जुलाई के बीच जिले भर के ग्रामीण अंचलों में सायबर अपराध समेत नशा मुक्ति अभियान चला कर लोगों को जागरूक किया गया। इस दौरान पुलिस द्वारा बताया गया कि किसी भी अनजान नम्बरों से आए वीडियो कॉल अटेंड ना करें, यदि किसी परिचित के द्वारा फोन पर पैसे की मांग की जाती है तो स्वयं उस परिचित को दुबारा फोन लगाकर फोन नंबर की तस्दिक करें, किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, किसी भी अनजान व्यक्ति फोन करके यदि यह कहे कि आपके नाम से एफआईआर हो गया है आपको जेल जाने से बचने के लिए आपको पैसा देना पड़ेगा, तो किसी भी प्रकार से कोई फोन पे, गूगल पे के माध्यम से पैसा ना भेजें। पुलिस ने बताया कोई पुलिस ऑफिसर, सीबीआई या जज, बैंक ऑफिसर बनकर वीडियो कॉल करे तो डरें नहीं, किसी भी तरह के ऐसे ऑफर जिसमें पैसा दुगुना करने का लालच दिया जाता है उन पर विश्वास ना करने की सलाह दी गई। साथ ही बताया गया कि साइबर फ्रॉड होने पर टोल फ्री नंबर 1930 एवं साइबर थाना में शिकायत करें। नशा के दुष्परिणाम एवं नशा से बचने के बारे में बताया गया। इसके साथ ही अपने क्षेत्र में बाल विवाह की जानकारी होने पर तुरंत सूचना थाने को देने तथा गौ वंश पशुओं की तस्करी के संबंध में किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल संबंधित थाने को जानकारी देने बताया गया।डायल 112 के महत्व को भी साझा किया गया। इसके अलावा जागरूकता अभियान में लोगों को नशा मुक्ति की प्रतिज्ञा दिलाई गई।