ईडी की कार्रवाई से विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश: विनोद

महासमुंद। पूर्व संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर ईडी द्वारा की गई छापामारी को विपक्षी आवाज को दबाने भाजपा सरकार द्वारा की गई तानाशाही पूर्ण कार्रवाई बताया है। चंद्राकर ने भाजपा सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने और अपनी नाकामियों को छिपाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष की आवाज दबाकर तानाशाह सरकार जनता के हक को मारना चाहती है, लेकिन कांग्रेसी ऐसा नहीं होने देगी। जब-जब भाजपा सरकार का भ्रष्टाचार, विफलताओं और दमनकारी नीतियों का पर्दाफाश हुआ है ,तब-तब भाजपा ने प्रदेश के विपक्षी नेताओं पर ईडी, आईडी के माध्यम से दबाव बनाने का प्रयास किया है। चंद्राकर ने कहा कि विधानसभा सत्र के अंतिम दिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायगढ़ के तमनार में हुए जंगल की अवैध कटाई व अडाणी का मुद्दा उठाने वाले थे। जिससे भयभीत भाजपा सरकार ने प्रदेशवासियों के सामने पोल खुलने के डर से बघेल के निवास पर यह कार्रवाई कराई । पिछले 18 महीने के सरकार में भाजपा ने केवल प्रदेश के जल, जंगल, जमीन को बेचने का काम किया है। हंसदेव अरण्य सहित रायगढ़ के तमनार के हरे-भरे जंगलों को उजाड़ कर अडाणी के हवाले कर दिया है। हसदेव क्षेत्र की कटाई का विरोध करने वाले आदिवासियों पर बर्बर कार्रवाई, लाठीचार्ज, उन्हें जेल में डालने से भी भाजपा ने परहेज नहीं किया। तमनार क्षेत्र में भी ग्रामीणों का भारी विरोध के बावजूद जंगल की कटाई जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कांग्रेसजनों ने तमनार क्षेत्र के जंगलों की कटाई का मंजर वहां जाकर देखा था, तब से भाजपा की बेचैनी बढ़ गई थी। अडाणी से भाजपा का संबंध उजागर होने के डर से तानाशाहीपूर्ण ईडी की छापामार कार्रवाई की जा रही है।