गौठानों की उपेक्षा ने उजागर की भाजपा की नाकामी: डॉ. रश्मि

महासमुंद। कांग्रेस जिला अध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर ने कहा कि गौठानों की उपेक्षा ने भाजपा सरकार की नाकामी उजागर कर दी है, केवल 19 माह में अव्यवस्था दिखने लगा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार को सत्ता संभाले 19 माह बीत चुके हैं, लेकिन इन 19 महीनों में प्रदेश ने विकास की दिशा में प्रगति से अधिक गिरावट का अनुभव किया है। भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा शुरू की गई नरूवा, गरुवा, घुरवा, बारी योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा गौठान योजना, जिसे ग्रामीण अर्थव्यवस्था और पशुधन संरक्षण का आधार स्तंभ कहा गया था, आज भाजपा सरकार की बेरुखी के कारण बर्बादी के कगार पर है। कांग्रेस सरकार के समय हर ग्राम पंचायत में एक गौठान का निर्माण किया गया था, जहां आवारा मवेशियों को सुरक्षा, देखभाल, और आहार-पानी की व्यवस्था मिलती थी। सरकारी जमीन चिन्हांकित कर संरक्षित स्थान बनाए गए थे, जहाँ गौ सेवा के साथ महिला स्व-सहायता समूहों को भी रोजगार मिलता था। लेकिन भाजपा सरकार ने इन गौठानों को बंद करने जैसा रवैया अपनाते हुए उन्हें उपेक्षा और बदहाली में छोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि गौर करने वाली बात यह है कि भाजपा गौ माता के नाम पर राजनीति तो करती है, लेकिन जब सेवा की बात आती है तो वही गौ माताएं सड़कों पर बेसहारा घूम रही हैं। भाजपा, जो गौ संरक्षण के नाम पर भावनात्मक राजनीति करती रही है, वही अब उनकी देखभाल तक सुनिश्चित नहीं कर पा रही है।