बम्हनी-चिंगरौद मार्ग पर किचड़ और गढ्ढे से होकर जाना पड़ता है छात्रों को स्कूल

पिछले पांच साल से ग्रामीण और विद्यार्थी कर रहे सड़क बनाने की मांग
महासमुंद। जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर स्थित बम्हनी-चिंगरौद मार्ग पर जान लेवा गढ्ढे औरि बारिश के कारण किचड़ से अटी पड़ी है। बड़े बड़े गढ्ढें होने से बारिश का पानी भर जाने से स्कूल जाने वाले छात्रों और ग्रामीणों को किचड़ से भर सड़क से होकर गुजरना पड़ता है। वहीं जिम्मेदार विभाग मिट्टी या बजरी डालकर अपनी जिम्मेदारी से इतिश्री कर लेते हैं।
बम्हनी-चिंगरौद सड़क पर बरसात के बाद फिर एक बार चलना दूभर हो गया है। साल 2018 में 80 लाख की लागत से बम्हनी से चिंगरौद कुल 1.60 किमी की सड़क पीडब्लूडी द्वारा बनाई गई थी। जिसकी गारंटी अवधि तीन साल थी, जो 4 साल पहले ही बीत गई है। तब से आज तक यहां के ग्रामीणों ने कई बार विभाग सहित तत्कालीन विधायक से नई सड़क निर्माण की मांग की। पर, पिछले चार साल से विभाग केवल थूक पालिश कर अपना पल्ला झाड़ रहा है, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। यहां सुबह एक ओर ग्रामीण खेती किसानी के लिए ट्रैक्टर और अन्य वाहनों से जर्जर हो चुके मार्ग से जाते हैं। वहीं ग्रामीणों को भी सड़क में हुए गड्ढों से बचते-बचाते जाते देखा जा सकता है।
स्कूल जाने में यूनिफॉर्म होती है खराब
बम्हनी में एकमात्र हायर सेकेंडरी स्कूल है। स्कूल के लिए चिंगरौद के बच्चे हर रोज इसी जर्जर और किचड़ से अटी सड़क से होकर गुजरतें हैं। यहां से गुजर रही छात्राओं ने बताया कि बरसात के दिनों में जर्जर हो चुकी सड़क से आने-जाने में परेशानी होती है। बाइक और बड़े वाहनों के पहिए जैसे ही गड्ढों में पड़ते हैं कीचड़ से यूनिफॉर्म खराब हो जाती है। कभी-कभी कपड़े खराब हो जाने के कारण घर वापस जाना पड़ता है तो कभी स्कूल पहुंचकर यूनिफॉर्म साफ करनी पड़ती है और गीली यूनिफॉर्म में पढ़ाई करने की मजबूरी हो जाती है। जर्जर सड़क के कारण हमारी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। सड़क निर्माण के लिए सरपंच को कई बार कहा गया है पर कुछ नहीं हो पा रहा है। अधिक बारिश होने से मार्ग पर बने पुल के ऊपर से पानी का बहाव भी तेज हो जाता है, जिससे स्कूल जाना बंद हो जाता है।
विधायक ने दिया आश्वासन
चिंगरौद सरपंच छेरकू जलछत्री ने बताया नई सड़क निर्माण के लिए पूर्व सरपंच ने विभाग सहित तत्कालीन विधायक से मांग की थी पर कुछ नहीं हुआ। हर साल विभाग केवल खानापूर्ति करता है। बारिश में हमेशा राहगीरों को परेशानी होती है। हर रोज छुट-पुट दुर्घटना भी होती है। खासकर स्कूली बच्चों को परेशानी उठानी पड़ती है। एक सप्ताह पूर्व बम्हनी सरपंच रूपा घनश्याम ध्रुव और बरोंडा सरपंच लेखराम साहू के साथ विधायक योगेश्वर सिन्हा से मुलाकात कर नई सड़क निर्माण की मांग की। उन्होंने आश्वस्त किया कि बरसात के बाद सड़क निर्माण होगा।