
नई दिल्लीःअपने कर्मचारियों के लिए के लिए टाटा मोटर्स ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना निकाली है. कंपनी ने फिलहाल इस स्कीम में 42 हजार से अधिक कर्मचारियों को शामिल किया है. यह चार सालों में तीसरा ऐसा मौका है, जब कंपनी अपने कर्मचारियों के लिए वीआरएस स्कीम लेकर के आई है.
कंपनी का कहना है कि कुल कर्मचारियों में से आधे इस योजना के योग्य हैं. कॉस्ट कटिंग के चलते लिया है फैसला कंपनी ने ये फैसला इसलिए लिया है ताकि वो कॉस्ट कटिंग कर सकें. कंपनी के वैसे कर्मचारी जो लोग पांच साल या उससे ज्यादा समय से कंपनी के साथ हैं, वे अप्लाई कर सकते हैं.
वीआरएस योजना के तहत मुआवजा की राशि एक कर्मचारी की उम्र और उसका कंपनी में दी सेवा के साल की संख्या पर निर्भर करेगा. वीआरएस योजना चुनने के इच्छुक कर्मचारियों की संख्या आने वाले दिनों में स्पष्ट हो जाएगी. फिलहाल कंपनी ने 42,597 कर्मचारियों को यह ऑफर किया है.
11 दिसंबर से शुरू हुई योजना
कंपनी ने अपने टर्नअराउंड प्लान को सफलतापूर्वक लागू कर दिया है. इसमें कहा गया कि योग्य कर्मचारी और श्रमिक 11 दिसंबर से 9 जनवरी तक अप्लाई कर सकते हैं. इससे पहले, घरेलू ऑटो कंपनी ने नवंबर 2019 में अपने पैसेंजर्स के साथ-साथ कॉमर्शियल कारोबार के अलग-अलग डिपार्टमेंट के 1,600 से ज्यादा कर्मचारियों को वीआरएस की पेशकश की थी.
दूसरी तिमाही में हुआ है नुकसान कंपनी ने COVID-19 महामारी के मद्देनजर कम डिमांड से प्रभावित 30 सितंबर, 2020 को समाप्त दूसरी तिमाही के लिए 314.5 करोड़ रुपये के समेकित नुकसान की जानकारी दी. कंपनी को चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में 216.56 करोड़ रुपये और चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में 8,437.99 करोड़ रुपये का नेट घाटा हुआ था.
