राज्योत्सव का होगा गरिमामय आयोजन, कलेक्टर ने सौंपे दायित्व
कुपोषण प्रबंधन हेतु गर्भवती महिलाओं पर दे विशेष ध्यान
मोहला 24 अक्टूबर 2025। कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति ने छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के अवसर पर 02 से 04 नवंबर तक आयोजित होने वाले राज्योत्सव समारोह के संबंध में आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह का आयोजन भव्य एवं गरिमामय ढंग से सुनिश्चित किया जाए।
कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति ने जिला मुख्यालय मोहला के दशहरा मैदान में आयोजित होने वाली जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह के आयोजन के तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्रीमती भारती चंद्राकर, अपर कलेक्टर जीआर मरकाम, एसडीएम मोहला हेमेंद्र भुआर्य, एसडीएम मानपुर अमित नाथ योगी, डिप्टी कलेक्टर डीआर धु्रव सहित समस्त विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।
कलेक्टर श्रीमती प्रजापति ने जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह के सफल आयोजन हेतु विभिन्न विभागों को सौंपे गए दायित्वों को समय सीमा में पूर्ण करने हेतु निर्देशित किए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राज्योत्सव स्थल पर विभागीय प्रदर्शनी लगाई जाए, जिसमें विभागों की उपलब्धियाँ और विकास कार्यों को प्रदर्शित किए जाए।
कलेक्टर श्रीमती प्रजापति ने कृषि विभाग को पीएम किसान सम्मान निधि के संबंध में ई-केवाईसी एवं संदिग्ध प्रकरणों के भौतिक सत्यापन के निर्देश दिए। इसी प्रकार महिला बाल विकास विभाग को कुपोषण प्रबंधन के संबंध में गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान देते हुए कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन हेतु निर्देशित किया। उन्होंने शिक्षा एवं महिला बाल विकास विभाग को प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना एवं रेडी-टू-ईट का शत-प्रतिशत प्रविष्टि सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्रीमती प्रजापति ने पीएम सूर्य घर मुक्त बिजली योजना अंतर्गत बैंकों में लंबित प्रकरणों के अतिशीघ्र निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीएम सूर्य घर मुक्त बिजली योजना जनसामान्य के लिए अच्छी योजना है जिसमें शासन द्वारा सब्सिडी के साथ आसान लोन प्रदान किए जा रहें। मौके पर उन्होंने जिले के समस्त अधिकारियों को हॉस्टल, स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों का नियमित रूप से निरीक्षण कर रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
राज्योत्सव में स्थानीय कलाकारों को मिलेगा मंच
कलेक्टर श्रीमती प्रजापति ने कहा कि राज्योत्सव में क्षेत्रीय एवं स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान किया जाए। जिसमें लोक कला, लोक संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल प्रतियोगिताएँ एवं कला जत्थों को शामिल करें, ताकि जिले की संस्कृति को पहचान दिलाने के साथ स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित किया जा सकें।
