अक्ती में गुड्डा-गुड़िया के लिए जगह-जगह सजाएं गए मंडप, रचाई गई शादी

बच्चों में खासा उत्साह
महासमुंद। अक्षय तृतीया ( अक्ती ) त्योहार के पावन मौके पर नगर समेत जिले भर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया को सबसे शुभ तिथि माना जाता है और इस दिन कोई भी शुभ कार्य बिना पंचांग देखे और बिना मुहूर्त निकाले किया जा सकता है। आज के दिन, बच्चे मिट्टी के गुड्डा-गुड़िया को दूल्हा और दुल्हन बनाकर उनकी शादी करते हैं। यह एक पारंपरिक खेल है जो बच्चों को शादी की रस्मों से परिचित कराता है। अक्ती पर मिट्टी के गुड्डा- गुड़िया की शादी की परंपरा का एक नजारा आज कॉलेज रोड के एक निवास में देखने को मिला। यहाँ पिछले दो दिनों से गुड्डा – गुड़िया की शादी की तैयारी की जा रही थी। इस शादी को आयोजित करने वाली संस्कृति जैन, सुभेष्क्षा दुबे, वेदिका जैन, रिद्धिमा जैन, चंचल, वर्षा, प्रिंस, डाली, पूजा व खुशी ने बताया कि सोमवार को शादी की पूरी तैयारी की गई। आधे बच्चे वर पक्ष से हैं ,तो आधे वधु पक्ष से। मंगलवार को चुलमाटी, मेंहदी और संगीत का आयोजन किया गया। आज परंपरा अनुसार तेल हल्दी खेली गयी। उन्होंने बताया कि दोपहर तक शादी की अन्य रस्में निभाकर गोधुली बेला में वर पक्ष बारात लेकर आएंगे जिनके स्वागत के बाद पहले से तैयार मंडप में गुड्डा- गुड़िया का विवाह रचाया जाएगा। शादी के लिए हमने आस-पास के लोगों को निमंत्रण भी दिया है और सभी के लिए भोजन व्यवस्था भी रखी है। मालूम हो कि अक्षय तृतीया विवाह, किसी मंगल कार्य के लिए शुभ माना जाता है । साथ इस दिन सोना-चांदी, वाहन , गृह संपत्ति खरीदने के लिए शुभ दिन है जिसके चलते आज सराफा बाजार और ऑटोमोबाइल शो रूम में ग्राहकों की चहल पहल रही।