प्रधान पाठिका ले रहीं थीं महतारी वंदन योजना का लाभ, निलंबित की गई एफआईआर भी, सचिव पति भी सस्पेंड
महासमुंद 31 दिसंबर 2024। बस्तर के बाद महासमुंद में भी महतारी वंदन योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया है। जहां ग्राम पंचायत सचिव ने गलत जानकारी देकर अपनी शिक्षिका पत्नी के नाम पिछले दस माह से महतारी वंदन योजना का लाभ ले रहा थे। प्रशासन ने आनन फानन में सचिव पति व शिक्षिका दोनों को निलंबित कर शिक्षिका के खिलाफ थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
ग्राम पंचायत घोड़ारी में 400 महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिलता है। उन्ही में से एक है श्रीमती नीलम गोस्वामी, जिन्हें पिछले दस महीने से महतारी वंदन योजना के तहत एक हजार रुपये मिल रहा है। श्रीमती नीलम गोस्वामी शासकीय प्राथमिक शाला केशवा में बतौर प्रधान पाठक के पद पर पदस्थ है, और अपनी सेवाएं दे रही है। जिसकी शिकायत महिला बाल विकास विभाग में की गयी थी, पिछले दो हफ्ते से महिला बाल विकास विभाग कोई कार्यवाही नही की। जब मामला मीडिया में आया तो प्रशासन हरकत में आया और आनन फानन में सचिव रमाकांत गोस्वामी को जिला पंचायत सीईओ ने निलंबित कर दिया और महिला बाल विकास विभाग की प्रवेक्षक मोनिका गुप्ता ने कोतवाली थाना में जाकर शिक्षिका श्रीमती नीलम गोस्वामी के खिलाफ मामला दर्ज कराई है। वहीं शिक्षा विभाग ने भी शिक्षिका को निलंबित कर दिया है। महिला बाल विकास विभाग के जांच में ये तथ्य सामने आया कि सचिव ने गलत जानकारी देकर अपनी शिक्षिका पत्नी का फार्म भर जमा किया और पिछले दस माह से महतारी वंदन योजना का लाभ ले रही हैं। महतारी वंदन योजना में फर्जीवाडा की खबर सोशल मीडिया में वायरल होते ही प्रशासन हरकत में आया और सचिव व प्रधान पाठक को निलंबित कर प्रधान पाठक के खिलाफ तहत मामला दर्ज करा कराया गया है।
जिला पंचायत सीईओ आलोक सुर का कहना है संज्ञान में आया था कि घोड़ारी के सचिव रमाकांत गोस्वामी उनके पत्नी केशवा स्कूल में पदस्थ हैं। उनके नाम से महतारी वंदन की राशि स्वीकृत की जानकारी मिली। इसकी जांच कराई गयी तो सही पाया गया। सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। प्रधान पाठिका और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर दी गई है। एसडीओपी अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि नीलम गोस्वामी आनॅलाइन महतारी वंदन योजना के तहत पिछले 10 माह से 1000 रुपये ले रही थी। जबकि शासकीय शिक्षिका का है महतारी वंदन योजना की पात्रता नहीं है। महिला बाल विकास विभाग प्रवेक्षक की रिपोर्ट पर अपराध दर्ज कर लिया गया है।