कलेक्टर ने मातृ व शिशु मृत्यु दर घटाने ने दिए निर्देश

कोरिया 21 नवम्बर 2025। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आज जिला स्वास्थ्य समिति की महत्वपूर्ण बैठक कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री अशरफ अंसारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
बैठक में जिले के सभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने विशेष रूप से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर के प्रति चिंता व्यक्त की और सभी ब्लॉकों को ठोस कार्ययोजना बनाकर तत्काल जिले को प्रेषित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए समन्वित कार्रवाई, सतर्कता और समय पर उपचार बेहद आवश्यक है।
एचक्यूआरपी (जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं) को चिन्हित कर उनका समय पर रेफरल जिला अस्पताल तक सुनिश्चित किया जाए। गर्भवती महिलाओं की पहली और चौथी तिमाही में अनिवार्य स्वास्थ्य जांच कराई जाए। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस का नियमित एवं प्रभावी आयोजन किया जाए। प्रसव पश्चात संस्थान से छुट्टी होने के बाद अनिवार्य रूप से विजिट सुनिश्चित किया जाए, ताकि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके। मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के बीच मजबूत समन्वय स्थापित किया जाए।

कलेक्टर ने निर्देशित किया कि 22 नवंबर को सभी सेक्टरों में बैठक आयोजित कर आज की समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों को निचले स्तर तक पहुँचाया जाए और राष्ट्रीय कार्यक्रमों के क्रियान्वयन को मजबूत किया जाए। इसके अलावा आयुष्मान कार्ड, वय वंदना कार्ड, आभा आईडी एनसीडी स्क्रीनिंग, परिवार नियोजन एवं फॉलोअप कार्यों में तेजी लाई जाए। समुदाय में जागरूकता के लिए आईईसी सामग्री, पोस्टर, पंपलेट का व्यापक उपयोग किया जाए।टीकाकरण एवं एमआर टीकाकरण समय पर पूर्ण कर पोर्टल में एंट्री सुनिश्चित की जाए।कार्य में लापरवाही पर नोटिस एवं वेतन-वृद्धि रोकने की कार्रवाई की जाएगी। कमजोर प्रदर्शन वाले कर्मचारियों की एक सप्ताह बाद पुनः बैठक एवं 15 दिन बाद पुनः समीक्षा की जाएगी। आयुष्मान आरोग्य मंदिर में साप्ताहिक स्वास्थ्य मेला, टेलीकम्युनिकेशन के माध्यम से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश। स्वास्थ्य संस्थानों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों के अनुरूप तैयार कर अपलोड किया जाए। चिरायु दल, स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों का रोस्टर अनुसार नियमित निरीक्षण करें।टीबी मुक्त भारत अभियान अंतर्गत निश्चय पोर्टल में सभी एंट्री समय पर सुनिश्चित हों।जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को नेक्स्ट जेन मॉड्यूल के अनुसार संचालित किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि सभी विभाग मिलकर काम करेंगे तो जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक मजबूत बनाया जा सकेगा तथा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में प्रभावी कमी आएगी। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी, विकासखंड चिकित्सा अधिकारी, बीटीईओ, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक, स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।