औसत से अधिक बारिश से कोडार में 89.8 प्रतिशत भरा पानी

महासमुंद। जिले से मानसून की विदाई लगभग हो चुकी है। मानसून की शुरूआत जुलाई व आखिरी सितंबर और अक्टूबर माह के पहले सप्ताह में हुई झमाझम बारिश ने सालभर की औसत संभावित बारिश को पार कर दिया। इस साल अभी तक कुल 1065.1 मिमी औसत बारिश हो चुकी है। जो सालभर की औसत बारिश से 71.8 मिमी अधिक है।
बता दें कि जून के एक पखवाड़े बाद ही बारिश का सिलसिला शुरू हो गया जो रह- रहकर जुलाई के एक पखवाडेÞ तक हुई । लेकिन, जुलाई के आखिरी और अगस्त में बारिश की कमी ने सभी को चिंतित कर दिया , खासकर किसानों को । बारिश न होने से किसानों को धान फसल की चिंता सताने लगी । जिसके बाद से ही जिले के सबसे बड़े जलाशय कोडार से सिंचाई के लिए पानी छोड़ने की मांग उठने लगी। जिसके बाद कोडार के बाएं और दाहिने नहर से करीब 50 गांवों के किसानों की खरीफ फसल बचाने पानी छोड़ा गया , जो आज भी जारी है। इधर, सितंबर के आखिरी पखवाड़ा और अक्टूबर माह के शुरूआत में हुई झमाझम बारिश ने सालभर की बारिश की कमी पूरी कर दी। जानकारी के अनुसार जिले में एक जून के बाद से आज तक की स्थिति में कुल 1065.1 मिमी औसत बारिश हो चुकी है। जिसमें सर्वाधिक बारिश पिथौरा तहसील में 1366.8 मिमी बारिश हो चुकी है। इसी प्रकार सरायपाली में 1073.7 मिमी, कोमाखान में 1017.8 मिमी, बागबाहरा में 1001.1 मिमी, महासमुंद में 971.4 मिमी, और बसना में सबसे कम 959.9 मिमी बारिश हुई है। पिछले 3 अक्टूबर को जिले में 52.4 मिमी बारिश हुई इसके बाद से बारिश थम सी गई है। मालूम हो कि सालभर की कुल औसत बारिश 999.3 मिमी संभावित मानी जाती है लेकिन इस साल यह आंकड़ा पार हो गया है जो अब तक 1065.1 तक पहुँच गया है।
पिछले साल से अधिक बारिश
मालूम हो कि पिछले साल 17 अक्टूबर की स्थिति में 974.9 मिमी औसत बारिश जिले में रिकार्ड की गयी थी। पिछले साल की अपेक्षा इस साल 90.2 मिमी बारिश हो चुकी है। जबकि 2023 में बारिश का आंकड़ा 1072 मिमी, 2022 में 1178 मिमी, 2021 में 935 मिमी, 2020 में 1321.2 मिमी, 2019 में 1197.2 मिमी और 2018 में यह आंकड़ा 1069.9 था।
अभी भी सिंचाई के लिए छोड़ा जा रहा पानी
मानसून सीजन के आखिरी दौर में झमाझम बारिश के कारण कोडार बांध के कैचमेंट एरिया से पानी आने से कोडार में 27.40 फीट जल भराव है। जो कुल क्षमता का 89.8 प्रतिशत जल भराव है।
जबकि, किसानों की मांग पर अगस्त माह से किसानों को कुछ समय को छोड़कर अभी पानी दिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार अभी बाएं नहर से 350 क्यूसेक और दाएं नहर से 100 क्यूसेक पानी हर रोज सिंचाई के लिए पानी दिया जा रहा है।