कोटवार को हटाने की मांग करने ग्रामीण पहुंचे कलेक्टोरेट
महासमुंद। कोटवार के खिलाफ चिरको के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। गांव के अधिकतर लोग कलेक्टोरेट पहुंचे और कोटवार को पदमुक्त करने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि कोटवार दूधनाथ कुर्रे को पदमुक्त करने 09 सितंबर 2024 को आवेदन प्रस्तुत किया गया था। लेकिन, आज दिनांक तक किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई। बल्कि कोटवार ने अंबेडकर चौक स्थित रंगमंच में पुन: कब्जा कर लिया।
ग्रामीणों का कहना है कि विगत 9 साल से कोटवार को पदमुक्त करने पंचायत प्रस्ताव पारित कर संबंधित अधिकारी को आवेदन प्रस्तुत किया गया। बाद सैंकड़ों की संख्या में कलेक्टोरेट का घेराव कर कलेक्टर महासमुंद, अनुविभागीय अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नायब तहसीलदार पटेवा को आवेदन प्रस्तुत किया एवं तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आवेदन प्रस्तुत किया। लेकिन, दूधनाथ कुर्रे ने गांव के चार लोगों के खिलाफ अजाक थाना में जातिगत प्रताड़ना की झूठी शिकायत कर परेशान कर रहा है। विगत 4 वर्षों से अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को केवल आश्वासन दिया जा रहा है। जनपद सदस्य रोमन पटेल, सरपंच खेमराज भट्ट, लोकनाथ साहू, भगत राम पटेल, रघुनंदन लाल ने कहा कि इन 10 वर्षों में दूधनाथ कुर्रे के व्यवहार से पूरा गांव परेशान है। 7 दिवस के अंदर यदि कार्रवाई नहीं की जाती है तो ग्रामीणों द्वारा असहयोग आंदोलन किया जाएगा। जिसमें गांव में संचालित सभी शासकीय संस्थाएं आंगनबाड़ी, स्कूल, कालेज, राशन दुकान, स्वास्थ केंद्र आदि सभी को अनिश्चित कालीन के लिए बंद कर दिया जाएगा।