भारत आर्थिक महाशक्ति बनने की पथ पर अग्रसर: सोनी

आयकर में ऐतिहासिक छूट के बाद अब जीएसटी के स्लैब का सरलीकरण
महासमुंद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार आर्थिक महाशक्ति बनने की पथ पर अग्रसर है। आयकर में ऐतिहासिक छूट के बाद अब जीएसटी के स्लैब का सरलीकरण कर भारत को विश्व की तीसरी बड़ी अर्थ व्यवस्था बनाने की ओर अग्रसर हो चुके हैं। उक्त बातें मंगलवार को भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में भाजपा प्रदेश महामंत्री अखिलेश सोनी ने कही।
उन्होंने कहा कि पहले जीएसटी में चार स्लैब था, अब केवल दो स्लैब 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत का रह गया है। एक स्लैब 40 प्रतिशत का भी है जो केवल स्वास्थ्य को हानि पहुंचाने वाले उत्पादों पर लगाया गया है। दो स्लैब से आम जनता को राहत मिलेगी और उपभोग की जाने वाली वस्तुएं सस्ती होंगी, इससे कारोबार बढ़ेगा। उन्होंने व्यापार उद्योग को नई गति देने वाला बताने के साथ ही आम आदमी के जीवन को खुशहाल करने वाला बताया। श्री सोनी ने कहा कि इससे न सिर्फ लोगों की बचत में बढ़ोत्तरी होगी बल्कि सरलीकरण से व्यापारी भी सुगमता से कार्य कर सकेंगे। आजादी के बाद से जीएसटी लागू होने के पहले 17 प्रकार के टैक्स और 13 प्रकार के सेस लागू थे इसके अलावा भी राज्य सरकारें मनमाने ढंग से कर आरोपित कर देती थीं। प्रत्यक्ष कर की बातें करें तो आयकर की दर तो एक समय साढ़े 97.5 प्रतिशत तक पहुंच गया था। अब 12 लाख की सालाना आय पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता। जीएसटी के नए स्लैब में सभी उपयोगी वस्तुओं पर टैक्स शून्य किया गया है। इस नए सुधार से सूक्ष्म लघु और मंझोले उद्योगों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा।
रोजमर्रा की वस्तुएं तेल, शैम्पू, टूथपेस्ट, मक्खन, पनीर, सिलाई मशीन से लेकर ट्रेक्टर व उनके कलपुर्जे व अन्य कृषि उपकरण, स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा, शैक्षिणक वस्तुओं के साथ ही इलेक्ट्रानिक व आटो मोबाइलों को किफायती बनाया गया है। पत्रकारवार्ता के दौरान बीज निगम अध्यक्ष चंद्रहास चंद्राकर, पूर्व सांसद चुन्नीलाल साहू, पूर्व राज्यमंत्री पूनम चंद्राकर, भाजपा जिलाध्यक्ष ऐतराम साहू, शंकर अग्रवाल, पूर्व विधायक रामलाल चौहान, प्रीतम दीवान, पूर्व जिपं अध्यक्ष सरला कोसरिया आदि मौजूद थे।