नवाचार पर जोर, आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम की समीक्षा बैठक संपन्न
स्व-सहायता समूहों के माध्यम से आजीविका एवं महिला सशक्तिकरण पर बल
नवाचार आधारित परियोजनाएं बनीं बैठक की प्राथमिकता
गरियाबंद 04 सितम्बर 2025/ जिले के विकास को नई दिशा देने और आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के सभी 40 संकेतकों (इंडिकेटर्स) पर ठोस प्रगति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कलेक्टर बीएस उइके की अध्यक्षता में एवं नीति आयोग के राज्य स्तरीय नोडल अधिकारी शिवम मिश्रा की उपस्थिति में जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत के सीईओ प्रखर चन्द्राकर, अपर कलेक्टर नवीन भगत, डीपीओ अशोक पाण्डेय सहित संबंधित विभाग के अधिकारी एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, कृषि, पशुपालन, आजीविका एवं अन्य विभागों के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में मिश्रा ने कहा कि आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम केवल सरकारी योजनाओं की प्रगति का मूल्यांकन भर नहीं है, बल्कि यह आम जनता के जीवन स्तर को बेहतर बनाने का एक ठोस प्रयास है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस कार्यक्रम को जनभागीदारी और नवाचार (इनोवेशन) पर आधारित अभियान के रूप में आगे बढ़ाना होगा।
स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश – बैठक में स्वास्थ्य विभाग के संकेतकों की समीक्षा के दौरान श्री मिश्रा ने जिले में एनक्यूएएस प्रमाणित स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या बढ़ाने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों को निर्धारित मानकों पर लाना प्राथमिकता होनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं, शिशुओं और गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए त्वरित उपचार और सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने और आधुनिक उपकरणों तथा प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों आवश्यक है।
आंगनबाड़ी केंद्रों में शौचालय निर्माण पर जोर – महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा करते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों में शौचालयों की कमी को प्राथमिकता के आधार पर सभी केंद्रों में शौचालयों का निर्माण कराने को कहा। उन्होंने कहा कि बच्चों और गर्भवती महिलाओं की सुविधा और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की बात कही।
स्वसहायता समूह के माध्यम से आजीविका को बढ़ावा – ग्रामीण आजीविका मिशन की प्रगति का आकलन करते हुए नोडल अधिकारी ने कहा कि गरियाबंद जिले में स्व-सहायता समूहों की 100 प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित की जाए। उन्होंने बताया कि स्व-सहायता समूह ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का मजबूत माध्यम हैं, इसलिए इनके माध्यम से सूक्ष्म उद्यमों और सामूहिक व्यवसायों को बढ़ावा देने पर काम करना होगा।
विशेष बच्चों के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण – शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान विकलांग बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने पर चर्चा हुई। श्री मिश्रा ने ब्लॉक स्तर पर कार्यरत शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए, ताकि वे दिव्यांग बच्चों की जरूरतों के अनुरूप शिक्षण सामग्री और पद्धतियां अपनाकर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षा सभी बच्चों का मौलिक अधिकार है, इसलिए विशेष जरूरत वाले बच्चों के लिए समर्पित प्रयास किए जाने चाहिए।
नवाचार आधारित परियोजनाओं को प्राथमिकता – बैठक में नीति आयोग की नवाचार आधारित दृष्टिकोण पर भी जोर दिया गया। श्री मिश्रा ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में नवीनतम और जनहितैषी परियोजनाओं को चिह्नित कर राज्य एवं केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजें। उन्होंने कहा कि तकनीकी हस्तक्षेप, स्थानीय संसाधनों का बेहतर उपयोग और समुदाय की भागीदारी के माध्यम से विकास की गति तेज की जा सकती है। बैठक में शामिल रहे वरिष्ठ अधिकारी समीक्षा बैठक में कलेक्टर गरियाबंद, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, जनपद सीईओ मैनपुर एवं गरियाबंद सहित सभी ब्लॉक स्तर के अधिकारी उपस्थित रहे। शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, कृषि, पशुपालन, स्वास्थ्य एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और आगे की कार्य योजनाओं पर चर्चा की। आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम यह एक व्यापक जन आंदोलन है। इसके अंतर्गत जिले और ब्लॉक स्तर पर सभी विभागों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने अधिकारियों को लक्ष्य-आधारित कार्य करने की सलाह दी और समयबद्ध परिणाम प्रस्तुत करने पर बल दिया। जिससे इसका प्रभाव आम जनता के जीवन में दिखना चाहिए। इसके लिए योजनाओं को ग्राम स्तर तक प्रभावी ढंग से पहुंचाने, जागरूकता बढ़ाने और जनभागीदारी की आवश्यकता है। बैठक में स्वास्थ्य केंद्रों की गुणवत्ता में सुधार, आंगनबाड़ी केंद्रों में सुविधाओं का विस्तार, आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण, विशेष बच्चों के लिए समर्पित शिक्षा योजनाएं और नवाचार आधारित आने वाले महीनों की प्राथमिकताओं में रहेगा। आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के माध्यम से जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, स्वच्छता और आजीविका के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए राज्य और जिला प्रशासन पूरी गंभीरता के साथ काम कर रहा है।