पुलिस के रोकने से आक्रोशित मितानिनों ने नेशनल हाईवे में किया 2 घंटे चक्काजाम

नवा रायपुर धरना स्थल जा रहीं महिलाओं के वाहन रोकने से यातायात रहा प्रभावित
महासमुंद। नवा रायपुर धरना स्थल जा रही मितानिन कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा वाहन रोके जाने के विरोध में आक्रोशित होकर नेशनल हाईवे 53 पर चक्काजाम कर दिया। पटेवा थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा वाहनों की जांच के दौरान यह घटना हुई।
जिले से लगभग 2200 मितानिन कार्यकर्ता प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन में भाग लेने के लिए नवा रायपुर के तुता जा रहे थे। पुलिस द्वारा वाहनों को रोके जाने पर आक्रोशित मितानिनों ने सड़क पर उतरकर विरोध- प्रदर्शन किया। महिलाएं वाहनों के सामने खड़ी हो गईं, जिससे करीब 4 घंटे तक यातायात बाधित रहा। सरायपाली, बसना सांकरा, पिथौरा की ओर से आ रही थीं उन्हे टोल नाका ढांक, पटेवा और तुमगांव में रोका गया। वहीं बागबाहरा , कोमाखान व महासमुंद से आने वालों को घोड़ारी में रोका गया है। जिलाध्यक्ष ने बताया कि हम शांति पूर्ण तरीके से धरना में शामिल होने जा रहे थे। लेकिन पुलिस ने हमें यातायात नियमों का उल्लंघन के बहाने रोका है। हम चक्काजाम नहीं करना चाहते थे, लेकिन मजबूरन करना पड़ा।
मोदी की गारंटी के तहत घोषणा पत्र में किए गए वायदे को पूरा करने एवं मितानिन कार्यक्रम का संचालन पुन: एनजीओ को दिए जाने के विरोध मेंं मितानिन 7 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ एवं प्रशिक्षण कल्याण संघ की जिला अध्यक्ष आरती डड़सेना व सचिव अहिल्या साहू ने बताया कि वर्ष 2023 के लोकसभा चुनाव में मोदी की गारंटी के घोषणा पत्र में वादा किया था कि मितानिन प्रशिक्षक, हेल्प डेस्क फैसिलिटेटर को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) अंतर्गत संविलयन, मितानिन प्रशिक्षक, हेल्प डेस्क फैसिलिटेटर एवं ब्लॉक को-आर्डिनेटर के वेतन-क्षतिपूर्ति में 50 प्रतिशत वृद्धि एवं मितानिन प्रशिक्षक, हेल्प डेस्क फैसिलिटेटर एवं ब्लॉक को-आर्डिनेटर एनजीओ के अंतर्गत कार्य नहीं करेंगे का वादा किया गया था जो आज तक पूरा नहीं किया गया। बता दें कि, तीन सूत्रीय मांगों को लेकर जिलेभर में कार्यरत स्वास्थ्य नितानिनों ने 19 अगस्त को कलेक्टोरेट का घेराव किया था और अपर कलेक्टर तेजपाल ध्रुव को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा था। मालूम हो कि जिले में 22 सौ मितानिन कार्यरत हैं, जो पिछले 28 दिनों से काम बंद, कलम बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।
एडिशनल एसपी प्रतिभा पाण्डेय ने स्पष्ट किया कि पुलिस का उद्देश्य किसी को रोकना नहीं था। यातायात नियमों का उलंघन करने की सूचना मिली थीं। वाहनों में क्षमता से अधिक लोगों के यात्रा करने की जानकारी होने पर सुरक्षा कारणों से वाहनों की जांच की जा रही थी। पुलिस की समझाइश के बाद स्थिति सामान्य हो गई और यातायात बहाल हुआ।