सुहागिनों ने हर्षोल्लास से मनाया तीजा पर्व, निर्जला व्रत के बाद आज किया पारण

महिलाओं ने पार्थिव शिवलिंग बनाकर समूहों में कथा सुन की पूजा-अर्चना
महासमुंद। सुहागिनों ने पति की लंबी आयु और घर परिवार सुख समृद्धि की कामना लिए तीजा पर्व हर्षोल्लास से मनाया। 24 घंटे का निर्जला उपवास रखने के बाद आज सुबह पूजा -अर्चना कर व्रत का पारण किया और छत्तीसगढ़ी पकवान का आनंद लिया।
हरतालिका तीज भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। हर साल भाद्र पद शुक्ल की तृतीया को मनाया जाने वाला यह पर्व इस बार 26 अगस्त मंगलवार को पूरे उत्साह व श्रद्धा के साथ मनाया गया। सोमवार को सुहागिनों ने करूभात खाकर निर्जला उपवास रखा। मंगलवार को शिव मंदिरों में फुलेरा बांधकर रात भगवान शिव की पूजा -अर्चना कर पति की लंबी आयु व सुख -समृद्धि की कामना की। अधिकांश महिलाओं ने पार्थिव शिवलिंग बनाकर समूहों में कथा सुन पूजा-अर्चना की। आज पारण करने के बाद ही अन्न जल ग्रहण किया। कुंवारी कन्याओं ने भी अच्छे वर की प्राप्ति के लिए यह उपवास रखा। पारण के बाद महिलाओं ने घरों में छत्तीसगढ़ी पकवान ठेठरी, खुरमी, अइरसा, कटवा, सलोनी इत्यादि बनाए।रिश्तेदारों तीजहारिनों को घरों में भोजन करा कर उपहार भेंट किया। छत्तीसगढ़ में तिजहारिन माता-बहनों को उपहार में साड़ी और अन्य वस्त्र देने की रिवाज प्रचलित है।