जिले में 7 महीने में 365 सड़क हादसा, 234 लोगों ने गंवाई जान
ट्रैफिक नियमों की अनदेखी हादसों का बड़ा कारण
महासमुंद। जिले में पिछले सात महीने में यातायात नियमों की अनदेखी, लापरवाही और नशे में वाहन चलाने के कारण 365 सड़क हादसों में 234 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। और करीब 327 लोग इन हादसों में ज़ख्मी हुए हैं। सर्वाधिक हादसा नेशनल हाईवे 53 और 353 पर हुई है।
ट्रैफिक नियमों को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी और लापरवाही सड़क हादसे का एक बड़ा कारण है। नशे में या फिर लापरवाहीपूर्वक वाहनों को तेज रफ़्तार से चलाना उस पर नियंत्रित नही कर पाना जानलेवा साबित हो रहा है। 22 अगस्त को ग्राम निसदा निवासी तोरण निषाद पिकअप क्रमांक सीजी 04 एनसी 5109 में घोड़ारी से बरबसपुर जा रहा था। इस दौरान नेशनल हाईवे 53 ओव्हर ब्रिज के आगे ग्राम घोड़ारी के पास बिना संकेतक खड़ा वाहन जीजे 12 बीजेड 0060 से भिड़ गई। हादसे में तोरण की मौत हो गई। वहीं कुछ दिन पहले ही शहर के तुमगांव ओव्हर ब्रिज के पास एक दिव्यांग बुजुर्ग को एक टैंकर ने अपनी चपेट में ले लिया जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। ऐसी कई हादसे आए दिन हो रही है। ज्यादातर हादसा नशा और लापरवाहीपूर्वक और बिना हेलमेट के तेज रफ़्तार वाहनों को चलाने से हुई है। जिले में 7 ब्लैक व 2 ग्रे-स्पॉट है। जहां अक्सर सड़क हादसा होती है। फिर भी सड़क की मरम्मत नहीं कराई जा रही है। पिछले 7 महीने में जिले में कुल 365 सड़क हादसा हुई हैं जिसमें अब तक कुल 234 लोगों ने असमय ही काल के गाल में समां गए हैं और करीब 327 लोग ज़ख्मी हो चुके हैं। इनमें सर्वाधिक हादसा जिले से गुजरने वाली दो नेशलन हाईवे में हुए हैं। नेशनल हाईवे में लोगों ने अपनी सहूलियत के लिए बहुत से स्थानों पर डिवाइडर तोड़कर आवागमन के लिए रास्ता बना दी है, जो हादसे का कारण बन रहा है।
बिना हेलमेट 164 लोगों की मौत
जिले में सबसे ज्यादा सड़क हादसे में बाइक सवार ही घायल हो रहे हैं। ज्यादातर बाइक सवार वाहन चलाने के दौरान हेलमेट नहीं पहनते। लोगों की सुरक्षा और बचाव के लिए यातायात पुलिस समय-समय पर लोगों को हेलमेट लगाने के लिए प्रेरित करती है और समय-समय पर चलानी कार्रवाई भी करती है। लेकिन इसके बावजूद लोग इसे नजरंदाज कर देंते हैं। जानकारी के मुताबिक 2024 में सड़क हादसों में 287 लोगों की मौत हुई थी। इसमें बिना हेलमेट के 164 मौतें और 119 लोग घायल हो चुके हैं। बिना सीट बेल्ट के 61 लोगों की जान जा चुकी है और 134 लोग घायल हुए थे। तेज रफ़्तार वाहन चलाने वाले 25 लोगों की जान चली गई।