समर कैंप में बच्चों को व्यक्तित्व विकास की दी गई सीख

महासमुंद। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा चलाए गए बाल व्यक्तित्व विकास शिविर समर कैंप का सफल समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं बच्चों को पुरस्कार वितरण कर किया गया। प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी यह अन्तर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक संस्थान आज के तनाव भरे वातावरण में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाने राजयोग की शिक्षा को बाल्य काल से ही ग्रहण करने का सुझाव देता है। इस समापन सत्र में विशेष मुख्य अतिथि के रुप में पधारे चन्द्रोदय स्कूल के प्रधान अध्यापक नवीन चंद्राकर, वार्ड नंबर 4 के पार्षद राहुल आवडे, पूर्व पार्षद मीना वर्मा, राधेश्याम साहू मौजूद रहे। इस अवसर छोटे छोटे बच्चों द्वारा एक नाटक प्रस्तुत की गई, जिससे के माध्यम से अन्य बच्चों को प्रोत्साहित किया। जिसमें बताया गया कि हमें अपने संस्कृति और सभ्यता का कैसे संरक्षण करना चाहिए मां बाप बच्चों को बचपन से अच्छी शिक्षा प्रदान करें यह ध्यान देने योग्य बातें है। विदेश जाकर वहां के संस्कृति के आकर्षण में आ कर बच्चे मां बाप को भूल जाते हैं ऐसा नहीं होना चाहिए। सेवाकेंद्र संचालिका ब्रम्हा कुमारी प्रीती दीदी ने अपने आशिर्वाचन में सभी बच्चों को बाल्य काल से नेतिक शिक्षा ग्रहण करने की सलाह दी राजयोग मेडिटेशन की नित्य प्रति दिन अभ्यास हमें डायरेक्ट उस परम सत्ता से जोड़ता है और उससे निकलती हुई प्रकंपन हमें नैतिक मूल्यों से भरपूर करतीं हैं। और दीदी ने अंत में सभी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की। ब्रम्हा कुमारी बहनों ने राजयोग ध्यान का अभ्यास भी कराया।