सामरिक मुख्यालय जेलबाडी में वन्दे मातरम् की 150वी वर्षगांठ पर समारोह

नारायणपुर, 10 नवम्बर 2025. सेनानी 53वीं वाहिनी, आई.टी.बी.पी. श्री संजय कुमार के नेतृत्व में दिनांक 8 तारीख को सामरिक मुख्यालय जेलवाडी नारायणपुर (छत्तीसगढ़) में 53वीं वाहिनी एवं 45वीं वाहिनी आई. टी.बी.पी. द्वारा संयुक्त रूप से राष्ट्रीय गीत, वन्दे मातरम की 150वी वर्षगांठ बड़े हर्ष और उत्साह के साथ मनाई गई।
इस अवसर पर सेनानी, श्री संजय कुमार ने उपस्थित सभी हिमवीरो को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम उस अमर गीत की 150वी वर्षगांठ मना रहे है, जिसने सदियों भारतीयता और देशभक्ति की भावना को ज्वाला प्रज्वलित रखा है राष्ट्रीय गीत, वन्दे मातरम केवल एक गीत नही है बल्कि मातृभूमि भारत माता की अराधना है, जिसे श्री बंकिम चंद्र चट्टोपाध्यायजी ने अपनी कालजयी रचना आनंदमठ में माँ भारती के रूप में प्रस्तुत किया था। उन्होने कहा कि चाहे 1905 का बंग-भंग आंदोलन हो या स्वतंत्रता संग्राम के तीव्र संघर्ष के दिन-हर युग में वन्दे मातरम का नारा जन-जन के हृदय में गूंजता रहा है, जो स्वराज और आत्मनिर्भरता की भावना को जगाता है। यह दिवस उन वीर शहीदों को नमन करने का अवसर है, जिन्होने राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया। यह दिन उन महान मूल्यो और बलिदानों को स्मरण करने का क्षण है जो इस गीत में निहित है। एकता, अखण्डता और राष्ट्र प्रथम कि भावना है। अंत में राष्ट्रीय गीत, वन्दे मातरम का सामूहिक गायन किया गया तत्पश्चात सेनानी श्री सजंय कुमार उपस्थित सभी हिमवीरों को हार्दिक बाधाई देते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
कच्छप/सुरेश्वर/1079
जल जीवन मिशन से जिले के 19 हजार से अधिक परिवारों को मिला शुद्ध पेयजल
नारायणपुर, 10 नवम्बर 2025// जल जीवन मिशन से जिले में अब शुद्ध पेयजल मिलने लगा है। मिशन के तहत् हर घर नल हर घर जल योजना से घर पर ही शुद्ध जल मिलने से उनका जीवन आसान हो गया है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग जिले के 19 हजार 36 परिवारों तक हर घर में नल से स्वच्छ जल उपलब्ध कराया है।
गौरतलब है कि अंदरूनी ग्रामों में वर्षों से पानी की समस्या ने लोगों के जीवन को कठिन बना दिया था। ग्राम की महिलाओं को पहले स्वच्छ पेयजल की तलाश में प्रतिदिन कई किलोमीटर पैदल चलकर कुएँ या हैंडपंप से पानी लाना पड़ता था। बरसात के मौसम में कुएँ का पानी गंदा हो जाता था और गर्मियों में पानी सूख जाता था। ऐसे में घर के सारे काम, बच्चों की देखभाल और पीने के पानी का इंतजाम सब कुछ एक संघर्ष बन गया था।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अंतर्गत जिले के 19 हजार से अधिक परिवारों तक जल जीवन मिशन की सौगात पहुँची, तो तकदीर बदल गई। अब हर घर में नल से स्वच्छ जल उपलब्ध है और लोगों के चेहरे पर राहत और खुशी झलकने लगी है।
नल खोलते ही साफ, ठंडा और सुरक्षित पानी घर में आता है। इससे न केवल समय की बचत हुई है, बल्कि बच्चों और बुजुर्गों का स्वास्थ्य भी पहले से बेहतर है। इस योजना ने ग्रामीण महिलाओं के जीवन में बड़ा परिवर्तन लाया है। अब जो समय पहले पानी लाने में व्यर्थ जाता था, वही समय अब बच्चे की पढ़ाई और घर के अन्य कार्यों में लगाया जा रहा है। स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता से जलजनित बीमारियाँ भी काफी हद तक कम हो गई हैं। यह योजना गाँव के हर घर तक पहुँचकर न केवल जल सुरक्षा का संकल्प पूरा कर रही है, बल्कि लोगों के जीवन में खुशहाली का संचार भी कर रही है। जल जीवन मिशन ने वास्तव में यह सिद्ध कर दिखाया है कि पानी सिर्फ आवश्यकता नहीं बल्कि जीवन का आधार है।