कवियों ने कवि सम्मेलन में श्रोताओं को खूब गुदगुदाया

मेघ-बसंत कॉलोनी में हुए कार्यक्रम में श्रोता हुए मंत्रमुग्ध
महासमुंद। नगर के मेघ-बसंत कालोनी में गोवर्धन पूजा के दिन कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें हास्य, ओज, श्रृंगार सहित सभी रसों में कविताएं सुनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित कवि चिराग जैन दिल्ली और शालीन हास्य के साथ अपनी श्रृंगारिक रचनाओं के लिए राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवियित्री मनीषा शुक्ला ने अपनी कविताओं से खूब समां बांधा।
कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले नगर के प्रसिद्ध गजलकार और गीतकार अशोक शर्मा की रचनाओं ने भी श्रोताओं को प्रभावित किया। मेघ-बसंत कालोनी के संचालक धरमचंद, राजेश और ऋषभ श्रीमाल ने प्रबुद्ध श्रोताओं के लिए कालोनी में समय-समय पर इस तरह के सांस्कृतिक और साहित्यिक आयोजन करते आ रहे हैं। इसी कड़ी में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। अशोक शर्मा ने दीपावली की बधाई देते हुए कहा कि जले खुशी के दीप सभी घर, आंगन में खुशहाली हो की प्रस्तुति दी। अपनी चुटीली हास्य रचनाओं और टिप्पणियों के अलावा रामायण के विभिन्न प्रसंगों को भावपूर्ण कविताओं में प्रस्तुत करने चिराग जैन ने शुरूआती दौर में मजेदार हास्य रचनाओं की प्रस्तुति दी। उनकी प्रसिद्ध हास्य रचना ‘जब सब्जी मंडी में प्रेमिका मिली’ ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया। बाद के दौर में उन्होंने ‘पुरूषोत्तम’ में श्रृंखलाबद्ध लक्ष्मण मूर्छा और भरत का परिताप शीर्षक रचनाओं का अनूठा पाठ किया। भरत का परिताप रचना में भरत के कैकेयी के प्रति क्रोध के विभिन्न भावों को कविता में पिरोते हुए चिराग जैन ने पढ़ा तो श्रोतागण रोमांचित रह गए। इस मौके पर रायपुर के पूर्व विधायक और महापौर स्वरूप चंद जैन, पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा, निर्मला श्रीमाल, रंजना जैन, कविता श्रीमाल, डॉ. राजू मेमन, हुकुम शर्मा, कोमाखान, शायर हबीब समर बागबाहरा, गुमान चंद जैन, मानिकपुरी, भागवत जगत सहित अन्य मौजूद थे। दिल्ली की मनीषा शुक्ला ने शुरूआती दौर में शालीन हास्य की बेहतरीन पंक्तियां सुनाई। मैचिंग वाला पति और हर पत्नी की पसंद नोटा जैसी हास्य रचना प्रस्तुत की। अगले क्रम में उन्होंने अपनी प्रसिद्ध श्रृंगारिक रचना ‘करोगे क्या तब भी मुझसे प्यार’ की सधे हुए तरन्नुम में उत्कृष्ट प्रस्तुति से कविता का सम्मोहन बिखेरा।