ग्रामीणों ने शराब दुकान के खिलाफ कलेक्टोरेट में किया प्रदर्शन

शराब दुकान न खोलने की मांग, महिलाओं ने सीएम के नाम कलेक्टर को सौंपा आवेदन
महासमुंद। ग्राम पंचायत तेंदूकोना के आश्रित ग्राम साल्हेभाठा में देशी और विदेशी शराब दुकान के विरोध और बंद कराने की मांग को लेकर शुक्रवार को ग्रामीण और महिलाओं ने कलेक्टोरेट पहुंच जमकर प्रदर्शन किया। शराब दुकान न खोलने की मांग को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को आवेदन सौंपा। ग्रामीणों ने बताया कि गांव की शीतला स्व सहायता समूह की महिलाएं शुरू से ही शराब दुकान खोलने का विरोध कर रही हैं। ग्राम प्रमुख, सरपंच और गांव वालों ने प्रस्ताव पारित कर शासन के बिना जानकारी के गांव की वन भूमि में हिस्सेदारी से शराब दुकान का निर्माण भी करा दिया है। महिलाओं की शिकायत पर नायब तहसीलदार बागबाहरा ने स्थल निरीक्षण किया था। जांच के दौरान खुलासा हुआ कि सरपंच देवंतीन दीवान ने हल्का पटवारी से बिना चिह्नांकित किए व तहसीलदार के बिना अनुमति निर्माण कार्य कराया । सरपंच ने निर्माण कार्य खुद व्यय करना स्वीकार किया। शराब दुकान निर्माण साल्हेभाठा में हो रहा है, जो राजस्व भू-अभिलेख में खसरा नंबर 1 में बड़े झाड़ जंगल दर्ज है। सरपंच ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए निजी लाभ के लिए अवैध निर्माण कार्य कराया, जो अतिक्रमण की श्रेणी में आता है। उन्होने निर्माणाधीन भवन से प्राप्त राजस्व स्वयं रखने की बात स्वीकार की।
शराब दुकान बंद न होने तक जारी रहेगा आंदोलन
गांव में शराब दुकान न खोलने की मांग को लेकर महिलाओं ने आंदोलन की चेतावनी दी है। जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रखने की बात कही है। महिलाओं के आंदोलन को अब विद्यार्थियों का भी साथ मिल गया है। विद्यार्थियों ने भी शराब दुकान के विरोध में आवेदन दिया है।