मर्ज किया गया स्कूल को निरस्त कराने अब करेंगे दंडवत आंदोलन

महासमुंद। खट्टी के शासकीय प्राथमिक शाला को मर्जीकरण को निरस्त करने की मांग को लेकर ग्राम खट्टी के नागरिक और शाला प्रबंध समिति के अध्यक्ष प्रेमलाल साहू 22 जुलाई को अनोखा आंदोलन करेंगे। शहर के बरोंडा चौक से कलेक्टर कार्यालय तक दंडवत होकर सड़क पर लोटते हुए जाएंगे और कलेक्टर जनदर्शन में फरियाद करेंगे। प्रेमलाल साहू ने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई लड़ने वाले जिस प्राथमिक शाला में पढ़े, ऐसी शाला को धरोहर बनाने के बजाए शिक्षा विभाग के अफसर सरकार की मंशा के विपरीत गलत तरीके से मर्ज कर इसके इतिहास को मिटाने का प्रयास कर रहे हैं। इसे लेकर ग्रामीणों ने अधिकारियों को कई बार ज्ञापन दिया । शाला बहिष्कार व आंदोलन भी किया और शाला के ऐतिहासिक होने का प्रमाण दिया, फिर भी अफसर इस ऐतिहासिक शाला को 2005 में निर्मित कन्या शाला में मर्ज करने पर आमादा हैं। प्रेम साहू ने कहा कि ग्राम खट्टी के इतिहास को बचाने के लिए वे हर स्तर का आंदोलन करेंगे। प्रथम चरण में दंडवत यात्रा कर कलेक्टर जनदर्शन में फरियाद करेंगे। बात अगर नहीं मानी गई तो दूसरे चरण में प्रदेश के मुख्यमंत्री के निवास के सामने दंडवत होते हुए ज्ञापन सौंपकर इस संस्था को मर्जीकरण से मुक्त करने की गुहार लगाएंगे। उन्होंने कहा कि अफसरों ने शासन के युक्तियुक्तकरण की गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाई है। गाइड लाइन की कंडिका नंबर 06 में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि ऐतिहासिक शाला का मर्जीकरण नहीं किया जाना है। अफसरों ने इसका खुला उल्लंघन किया है। कार्यालय में बैठकर अफसर ने शालाओं का मर्जीकरण किया है। इसी प्रकार कंडिका नंबर 15 जिसमें शाला प्रबंध समिति की युक्तियुक्तकरण से अवगत कराने संबंधी नियम का भी खुला उल्लंघन किया गया है। ऐतिहासिक शाला को ऐतिहासिक न मानकर इसको मर्ज करना देश की आजादी की लड़ाई लड़ने वाले उन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान है, जिन्होंने इस संस्था में अपनी बुनियादी शिक्षा प्राप्त की।