शिक्षकों की भर्ती से बचने युक्तियुक्तकरण : पंकज

महासमुंद। छग नागरिक कल्याण समिति रायपुर के संयोजक, शैक्षणिक छात्र-अभिभावक संघ महासमुंद तथा पूर्व पार्षद पंकज साहू ने कहा कि राज्य में विधानसभा निर्वाचन 2023 में बीजेपी 57 हजार शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती करने का वादा करते हुये सत्ता पर काबिज हो गई। परंतु सत्ता की बागडोर हाथों में आते ही डबल इंजन की सरकार अपने वादे से मुँह मोड़ कर केन्द्र और पूंजीपतियों तथा माफियाओं के इशारे पर कार्य कर रही है। प्रदेश के मुखिया एक तरफ विकास की बात करते हैं। परंतु जब शिक्षा व्यवस्था ही सही नहीं है तो कैसा विकास? प्रदेश के विधायक और 11 सांसद इतने बड़े जनहित के मुद्दे पर मौन धारण कर बैठे हैं। बुनियादी शिक्षा, शिक्षा का आधार है। श्री साहू ने कहा कि महज शिक्षकों की भर्ती न करनी पड़े इस लिए सेटअप में बदलाव कर रही है सरकार और उसका नाम दे रही है युक्तियुक्तकरण। उन्होंने कहा कि आगे के आठ साल यानी 5+3 बुनियादी शिक्षा के लिये बनाये गये हैं और इस शिक्षा को पूरा करने के लिये 1+1 का सेटअप तय किया गया है। यानि एक प्रधान पाठक और एक शिक्षक बच्चों की बुनियाद तैयार करेंगे। ये कैसा युक्तियुक्तकरण है, जो शिक्षक देने के बजाय स्कूलों से शिक्षक कम करने की बात करता है। जनता को समझ नहीं आता कि सरकार 1+1 के दम पर बच्चों की बुनियाद को क्या स्वरूप देना चाहती है। इस प्रकार का सेटअप लगाकर हर उस छोटे गाँव की बुनियादी शालाओं में जहां 60 बच्चे पढ़ते हैं, उन बच्चों से उनके शिक्षक छीने जा रहे हैं और इसका कारण युक्तियुक्तकरण है। एक-एक शिक्षक कम करने का नाम अगर युक्तियुक्तकरण है तो ऐसा नियम बनाने के लिये सरकार पहले प्रयोग के रूप में अपने या अपने परिवार के बच्चों को ऐसी शाला में पढ़ने भेजें।