विकसित कृषि संकल्प अभियान, बड़ेसाजापाली में कृषक शिविर, किसानों दी गई आधुनिक खेती के लिे वैज्ञानिक तकनीकों की जानकारी
महासमुंद, 09 जून 2025। विकसित भारत 2047 के संकल्प को धरातल पर उतारने के उद्देश्य से विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत जिले में 12 जून तक विभिन्न स्थानों पर कृषक चौपल व शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में बसना विकासखंड के ग्राम बड़ेसाजापाली में कृषक प्रशिक्षण एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर स्थानीय कृषकों के लिए ज्ञान, नवाचार और समाधान का केंद्र बना।
इस दौरान शिविर में किसानों को खेत की तैयारी से लेकर फसल कटाई तक की विज्ञान-आधारित कृषि क्रियाएं समझाई गईं। साथ ही मशरूम उत्पादन की वैज्ञानिक तकनीक और बाजार संभावनाएं, लाइट ट्रैप व फेरोमोन ट्रैप से कीट नियंत्रण की जैविक विधियां, जैविक खेती के लाभ व स्थायी खेती की दिशा में कदम, सरकारी योजनाओं, अनुदान एवं कृषि यंत्रों की जानकारी दी गई। शिविर में किसानों की समस्याओं का सीधा समाधान किया गया तथा फसल रोग और मिट्टी परीक्षण सुझाव दिए गए। इस अवसर पर कृषि विभाग द्वारा वैरायटी एमटीयू 1318 एवं स्वर्णा धान बीज कृषकों को वितरण किया गया। इनमें कृषक पुनीत राम, हलधर, श्री द्वारिका, एवं श्रीमती फुलबाई शामिल है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्रीमती खेस शामिल हुई, जिनके मार्गदर्शन में शिविर सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र महासमुंद से डॉ. रवीश केसरी, डॉ. एस. के. प्रधान, डॉ. योगेश्वर पटेल, तथा पशुपालन विभाग से डॉ. सत्यप्रकाश साहू, सरपंच बड़ेसाजापाली ईश्वरी कुर्रे, सरपंच बेलटिकरी, सरपंच मुंगाडेही श्री डोरीलाल धृतलहरे, समिति प्रभारी गणेश सिंह नेताम, उद्यानिकी विभाग से डी. के. राठिया मंडल अध्यक्ष डेविड चौधरी (भावेपुर), सोसायटी अध्यक्ष झनकराम चौधरी, अन्य जनप्रतिनिधियों, ग्रामीण कृषकों और ग्राम के कृषि विस्तार अधिकारी श्री मुकेश कुमार, होमेश ध्रुव, और कमल नारायण निषाद मौजूद थे। शिविर में बड़ेसाजापाली एवं आसपास के ग्रामों से आए सैकड़ों किसानों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। उन्होंने विशेषज्ञों से सीधा संवाद कर अपनी जिज्ञासाएं प्रस्तुत कीं और आधुनिक कृषि की दिशा में प्रगति हेतु मार्गदर्शन प्राप्त किया। यह शिविर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और तकनीक-सक्षम बनाने की दिशा में एक सार्थक कदम सिद्ध हो रहा है।