मांगें नहीं मानी गईं, 6 से सिलेंडर की होम डिलीवरी बंद
कमीशन बढ़ाने की मांग को लेकर गैस एजेंसी संचालकों का आंदोलन
महासमुंद। जिलेभर में लाखों परिवारों को नवंबर के पहले सप्ताह में गैस की भारी किल्लत झेलनी पड़ सकती है। क्योंकि प्रदेशभर में गैस एजेंसी संचालकों ने कमीशन बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है और चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं, तो 6 नवंबर से सिलेंडर की होम डिलीवरी बंद कर दी जाएगी।
बता दें कि वर्तमान में हर उपभोक्ता गैस की होम डिलीवरी करा रहा है। जिनके लिए यह खबर बेहद अहम हो जाती है। क्योंकि प्रदेशभर में गैस एजेंसी संचालकों ने कमीशन बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है साथ ही चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं, तो 6 नवंबर से सिलेंडर की होम डिलीवरी बंद कर दी जाएगी। जिला मुख्यालय के गौरव गैस एजेंसी संचालक पंकज चंद्राकर ने बताया कि गैस एजेंसी संचालक लंबे समय से एचपीसीएल, बीपीसीएल और इंडियन आयल के डिस्ट्रीब्यूटर से कमीशन वृद्धि की मांग कर रहे हैं। श्री चंद्राकर ने बताया कि बढ़ते डीजल के दाम, कर्मचारियों के वेतन और अन्य खर्चों के बावजूद कमीशन में कोई इजाफा नहीं हुआ है। इसी के विरोध में एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन ने तीन चरणों में आंदोलन का ऐलान किया है। पहले चरण में एजेंसी संचालक और स्टाफ काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं। दूसरे चरण में 29 अक्टूबर को शाम 7 बजे राज्यभर के जिला मुख्यालयों में मशाल और मोमबत्ती जलाकर प्रदर्शन किया जाएगा। तीसरे चरण में 6 नवंबर से नो मनी, नो इंडेंट नीति लागू की जाएगी, जिसके तहत जब तक कमीशन नहीं बढ़ता, तब तक ग्राहक से एडवांस राशि लेकर सिलेंडर बुकिंग नहीं की जाएगी। श्री चंद्राकर ने बताया कि एसोसिएशन ने स्पष्ट कहा है कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी और होम डिलीवरी सेवा पूरी तरह बंद हो जाएगी।
लगभग डेढ़ लाख उपभोक्ताओं पर पड़ सकता है प्रभाव
मालूम हो कि वर्षों पहले गैस की कालाबाजरी के चलते उपभोक्ताओं को एक गैस सिलेंडर लेने में कई दिनों का इंतजार करना पड़ता था। लोग अपना काम छोड़कर घंटों लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते थे। जबकि अब घर बैठे बुकिंग और दूसरे दिन होम डिलीवरी । यदि गैस ऐजेंसी संचालकों की मांगें नहीं मानी गई, तो जिले के लगभग डेढ़ लाख गैस उपभोक्ताओं को फिर परेशानी उठानी पड़ सकती है। जिले में एचपीसीएल, बीपीसीएल और इंडियन आयल के 22 गैस एजेंसी हैं, जो जिलेभर के गैस उपभोक्ताओं को गैस वितरित करती हैं।
