ई-केवायसी के आखिरी दिन 86 से अधिक रह गए शेष

ई केवायसी के बिना में राशन लेने में आ सकती है अड़चन
महासमुंद। जिले में राशन कार्डधारियों को ई-केवायसी करना अनिवार्य है। ई-केवायसी कराने की आज आखिरी दिन रहा और अब तक शासन ने राशन कार्डों की ई- केवायसी को लेकर 4 बार तिथियां बढ़ाई है। इसके बावजूद जिले में अभी भी कुल 86 से अधिक सदस्यों का ई-केवायसी होना रह गया है। अगर बचे हुए सदस्यों की ई केवायसी नहीं होती तो उन्हे अगले माह से राशन लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इतने समय देने के बावजूद कार्डधारी रूचि नहीं दिखा रहे हैं।
बता दें कि भारत सरकार, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार ‘एक राष्ट्र, एक राशनकार्ड’ योजना के अंतर्गत जिले के समस्त राशनकार्डधारकों को खाद्यान्न प्राप्ति हेतु आधार प्रमाणीकरण (ई-केवायसी) अनिवार्य किया गया है। खाद्य विभाग के अनुसार जिले में कुल 3,66,236 राशनकार्ड प्रचलन में हैं, जिनमें 11,57,858 सदस्य पंजीकृत हैं। अब तक 1071416 सदस्यों का ई-केवायसी (92.5 प्रतिशत) कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि 86433 सदस्यों का ई-केवायसी कार्य शेष है। जबकि शासन ने राशनकार्ड के ई- केवायसी कराने चार बार तारीख बढ़ा चुकी है।
बावजूद जिले में अभी भी कुल 86 से अधिक सदस्यों का ई-केवायसी कार्य शेष है। अगर बचे हुए सदस्यों की ई केवायसी नहीं होती तो उन्हे अगले माह से राशन लेने में दिक्कत हो सकती है। बावजूद कार्डधारी रूचि नहीं ले रहे हैं।
बता दें कि भारत सरकार, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार ‘एक राष्ट्र, एक राशनकार्ड’ योजना के अंतर्गत जिले के समस्त राशनकार्डधारकों को खाद्यान्न प्राप्ति हेतु आधार प्रमाणीकरण (ई-केवायसी) अनिवार्य किया गया है। खाद्य विभाग के अनुसार जिले में कुल 3,66,236 राशनकार्ड प्रचलन में हैं, जिनमें 11,57,858 सदस्य पंजीकृत हैं। अब तक 1071416 सदस्यों का ई-केवायसी (92.5 प्रतिशत) कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि 86433 सदस्यों का ई-केवायसी कार्य शेष है। जबकि शासन ने राशनकार्ड के ई- केवायसी कराने चार बार तारीख बढ़ा चुकी है। जिले में सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्र में 95.4 प्रतिशत महासमुंद तहसील में ई केवायसी, बसना और सरायपाली में सबसे कम 91.4 प्रतिशत. ई-केवायसी हुई है। शहरी क्षेत्र में तुमगांव में सबसे अधिक 93.2 प्रतिशत वहीं सरायपाली में सबसे कम 77.6 प्रतिशत ई-केवायसी हुई है।
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जिले के सभी ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में ई-केवायसी कार्य को जनजागरूकता के साथ अभियान के रूप में चलाया जा रहा है, ताकि शत-प्रतिशत पात्र हितग्राही इस योजना का लाभ ले सकें। अभी तक शासन से ई केवायसी कराने की तिथि बढ़ाये जाने संबंधी कोई आदेश नहीं आया है।
अजय यादव
जिला खाद्य अधिकारी

जिले में अब तक की स्थिति में ई-केवायसी (ग्रामीण)
विकासखंड कुल सदस्य ई-केवायसी हुआ शेष प्रतिशत महासमुंद 232204 221649 10555 95.4%
पिथौरा 233673 221314 12359 94.7%
बागबाहरा 210659 198063 12596 94 %
सरायपाली 175838 160838 15000 91.4%
बसना 187222 171158 16064 91.4%
कुल 1039596 973022 66574 93.5%
शहर की स्थिति में ई-केवायसी नगरीय निकाय कुल सदस्य ई-केवायसी हुआ शेष प्रतिशत
महासमुंद 52447 44123 8324 84.1%
बसना 9947 7953 1994 79.9%
बागबाहरा 19482 16304 3178 83.6%
पिथौरा 8400 7045 1355 83.8%
सरायपाली 20015 15538 4477 77.6%
तुमगांव 7971 7431 540 93.2%
कुल 118262 98394 19868 83.2%