बोर्ड एग्जाम में खराब रिजल्ट के कारण डीईओ ने जारी किया 24 स्कूलों को कारण बताओ नोटिस

10वीं-12वीं के रिजल्ट में क्रमश: 5.88, 7.53 प्रतिशत की आई गिरावट
महासमुंद। जिले के सरकारी स्कूलों में शिक्षा सत्र 2024-25 में कक्षा 10वीं और 12वीं एग्जाम के बाद आए खराब रिजल्ट के कारण जिला शिक्षा अधिकारी ने ऐसे 24 स्कूलों को नोटिस जारी कर खराब परफॉर्मेंस के लिए जवाब तलब किया है।
एक ओर राज्य सरकार शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने का दावा तो कर रही हैं, बावजूद रिजल्ट सरकार के मुताबिक नहीं आ रहा है। गत वर्ष शिक्षा सत्र 2023- 24 में कक्षा दसवीं में कुल 13927 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी जिनमें 11713 (84.17 प्रतिशत) विद्यार्थी परीक्षा में सफलता हासिल किए थे। वहीं कक्षा 12 वीं में 10348 विद्यार्थियों शामिल हुए थे जिनमें 9476 (91.61 प्रतिशत) विद्यार्थियों को सफलता प्राप्त की थी। शिक्षा सत्र 2024-25 में कक्षा दसवीं में 12356 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें 9637 (78.33 प्रतिशत) ने परीक्षा उत्तीर्ण की। वहीं 12 वीं में 9083 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए जिनमें 7628 (84.08 प्रतिशत) ने सफलता हासिल की। आंकड़ों में यह साफ नजर आ रहा है कि गत शिक्षा सत्र 2023-24 की अपेक्षा सत्र 2024-25 में वर्ष दसवीं का परीक्षा परिणाम 5.88 प्रतिशत की गिरावट है वहीं 12 वीं का रिजल्ट में 7.53 प्रतिशत की कमी आई है। जानकारी के अनुसार इस वर्ष परीक्षा परिणाम सही न आने के कारण जिले के 24 स्कूलों को डीईओ विजय कुमार लहरे ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है कि स्कूलों में किस विषय का परीक्षा परिणाम बिगड़ा है और क्यों?
शिक्षा गुणवत्ता सुधारने होगी साप्ताहिक, पाक्षिक और मासिक परीक्षा
छत्तीसगढ़ सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए युक्तियुक्तकरण और मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान जैसे ठोस कदम उठाए हैं, जिनमें शिक्षक प्रशिक्षण, टेक्नोलॉजी उपयोग, और सामुदायिक निगरानी पर जोर दे रहे हैं। कुल बजट 1,47,500 करोड़ रुपये है, जिसमें शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण आवंटन शामिल है। इस वर्ष बोर्ड का रिजल्ट अच्छा न होने के कारण विभिन्न स्तरों पर उसकी समीक्षा की जा रही है। समीक्षा बैठकों में किन स्कूलों के किन विषयों के परीक्षा परिणाम बिगड़े हैं उसका कारण जानने की कोशिश की जा रही है। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए जिला शिक्षा विभाग तीन चरणों में छात्र-छात्राओं को स्कूल खुलने के साथ ही इसकी तैयारी कराएंगे। छात्र-छात्राओं की साप्ताहिक, पाक्षिक और मासिक परीक्षा ली जाएगी और सुधार सतत की जाएगी। इसके अलावा जुलाई से ही प्रैक्टिकल परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी।
खराब परफॉर्मेंस के चलते हटाए गए डीईओ सावंत
ज्ञात हो कि 10 मई मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने समीक्षा बैठक में बोर्ड एग्जाम में खराब परफॉर्मेंस के चलते कड़ी नाराजगी जताई थी। बोर्ड रिजल्ट में जिले का निराशाजनक परफार्मेंस के चलते जिला शिक्षा अधिकारी मोहन राव सावंत को सीएम साय ने तत्काल हटाने की अनुशंसा की। बाद राज्य स्कूल शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया और जिले के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी प्राचार्य एमआर सावंत के स्थान पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी नवागढ़ (जांजगीर-चांपा) के पद पर कार्यरत प्राचार्य विजय कुमार लहरे को प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी नियुक्त किया है।
संतुष्टि पूर्ण जवाब न रहा तो आगे एक्शन होगा
यह सच है कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल परिणाम अच्छे नहीं आए हैं। जिन हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों के परीक्षा परिणाम 50 से 60 प्रतिशत तक ही आए हैं ऐसे 24 स्कूलों को नोटिस देकर परीक्षा परिणाम कम आने की जानकारी मांगी है। यदि जवाब संतुष्टि पूर्ण न रहा तो कलेक्टर साहब की अगली समीक्षा बैठक में आगे कार्रवाई के लिए निर्णय लिया जाएगा।
-विजय कुमार लहरे
जिला शिक्षा अधिकारी, महासमुंद