पक्के मकान से संवरा भविष्य

अब मेरा भी पक्का घर है, श्री साधु की जुबानी बदलाव की कहानी
बलरामपुर, 31 मई 2025/ शासन-प्रशासन के प्रयासों से ग्रामीण अंचलों में अब बदलाव की बयार चल रही है। एक समय ऐसा भी रहा है जब गांवों में कच्चे मकान, टूटी छतों में जीवन बिताना आम बात रही है लेकिन आज केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के माध्यम से निम्न वर्गीय परिवारों के पक्के घर का सपना साकार हुआ है और सुरक्षित घर मिल रहा है। इस योजना से जिले के ग्रामीण क्षेत्र के परिवारों में भी परिवर्तन आया है जिन्होंने इस योजना के माध्यम से अपने जीवन में नया उजाला लाया। जिले के विकासखंड कुसमी अंतर्गत आयोजित समाधान शिविर श्रीकोट में पहुँचे।
कोरंधा निवासी श्री साधु जीवनयापन के लिए खेती-बाड़ी और मजदूरी करते हैं। कई वर्षों से वे अपने परिवार के साथ एक कच्चे झोपड़ी जैसे मकान में रह रहे थे। उनका घर मिट्टी और खप्परों से बना था, जिसकी दीवारें बारिश में ढहने लगती थीं। बरसात के दिनों में पानी घर के अंदर घुस आता था, जिससे परिवार का जीवन बुरी तरह प्रभावित होता था। शीत ऋतु में कच्ची दीवारें ठंडी और असहज हो जाती थीं, वहीं गर्मी के दिनों में घर के अंदर का तापमान झुलसाने सा हो जाता था। श्री साधु बताते हैं कि पक्के मकान की हमेशा से इच्छा थी जहां आराम मिले सके। लेकिन परिवार की आमदनी कम होने के कारण पक्का घर बनवाना तो असंभव सा लगता था। ऐसे में सरकारी योजना सहारा बनी। वे बताते हैं कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की जानकारी मिली। योजना की पात्रता की जांच के बाद श्री साधु का नाम लाभार्थियों की सूची में आया। प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें योजना के अंतर्गत सहायता राशि प्रदान की गई। साथ ही मनरेगा से मजदूरी के रूप में कुछ अतिरिक्त सहायता भी मिली। कुछ महीनों में साधु का सपना साकार हो गया। अब उनके पास एक मजबूत छत, पक्की दीवारों वाला पक्का मकान है। उनके आँखों में संतोष की चमक है कि अब बरसात उनके लिए परेशानी नहीं, बल्कि खुशी की ऋतु बन गई है।साधु बताते हैं कि पहले जब कोई मेहमान घर आता था तो मैं शर्मिंदा हो जाता था कि उन्हें किस हालत में बैठाऊं। अब मेरे पास पक्का मकान है, जिसमें उन्हें सम्मानपूर्वक बैठा सकता हूँ। श्री साधु बताते हैं कि कैसे सरकारी योजनाएं सही पात्र लोगों तक पहुंचकर उनके जीवन को बदल सकती हैं। श्री साधु को आज समाधान शिविर श्रीकोट में पक्के मकान की चाबी सौंपी गई। वे खुश है कि उनका पक्के घर का सपना हकीकत में बदल चुका है उन्होंने सपने को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रति आभार प्रकट किया।