कलेक्टर ने कृषि समूह के अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय योजनाओं की समीक्षा की

मोहला 4 फरवरी 2025। कलेक्टर तुलिका प्रजापति ने जिला कार्यालय के सभा कक्ष में कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य पालन एवं उद्यानिकी विभाग के साथ ही वाटरशेड के अधिकारियों की बैठक लेकर कृषि सेक्टर में किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी करने और बड़े पैमाने पर विभागों में संचालित योजनाओं से किसानों को लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने बैठक में कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा कि किसानों को जल संरक्षण के लिए प्रोत्साहित करें। रवि की सीजन में कम लागत और कम पानी की खपत वाली फसलों को लेने के लिए प्रेरित करें। कलेक्टर ने किसानों को विभागीय योजना के साथ ही तालाब निर्माण एवं कुआं निर्माण के लिए प्रोत्साहित करने कहा है। किसानों को विभिन्न योजनाओं से जोड़ने के उद्देश्य से सेक्टर स्तर पर जागरूक किसानों का संगठन बनाकर विभिन्न योजनाओं से रूबरू कराने और किसानों को योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए गए हैं। किसान संगवारी और किसान मित्र संगोष्ठी को समय-समय पर भली भांति प्रशिक्षण देने भी कहा गया है। कलेक्टर ने किसानों की हितों लिए संचालित केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी पात्र किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिले यह सुनिश्चित करें। इसी प्रकार से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत मिलने वाली मुआवजा राशि का लाभ भी दिलाने के निर्देश दिए गए हैं। किसान समृद्धि योजना अंतर्गत पात्र किसानों की मांग पर नलकूप खनन एवं पंप कनेक्शन प्रदान करने कहा गया है। कलेक्टर ने वनांचल क्षेत्र की किसानों की चिंता करते हुए कहा कि ऐसे किसान जिसे अपने गांव से मुख्य सड़क तक और मंडी तक पहुंचने में समस्या हो रही हो ऐसे किसानों का आकलन कर प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य पोषित जैविक खेती मिशन योजना अंतर्गत उत्पादित फसलों को उचित कीमत मिले, इसके लिए बाजार की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। किसानों की आय में वृद्धि करने और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अधिक मुनाफा देने वाले और कम समय में तैयार होने फसल उत्पादन के लिए किसानों को प्रेरित करने कहा गया है।
कलेक्टर ने उद्यानिकी विभाग के अंतर्गत भौतिक लक्ष्य एवं इसकी पूर्ति की समीक्षा की। उन्होंने राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना अंतर्गत जिले का मिले भौतिक लक्ष्य और लाभान्वित किसानों की जानकारी ली। किसानों को उद्यानिकी अंतर्गत सब्जी उत्पादन, पपीता उत्पादन, केला उत्पादन, दलहन, तिलहन, फसलों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करने कहा है। कलेक्टर ने कहा कि जिले में मधुमक्खी पालन का अच्छा विकल्प हो सकता है। इसके लिए किसानों को प्रेरित करने कहा गया है। इसी प्रकार से किसानों के लिए पशुपालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन के लिए भी कार्य योजना बनाने की निर्देश दिए गए हैं। जिले में पशुपालन के क्षेत्र में अच्छी संभावना को दृष्टिगत रखते हुए क्षेत्र में विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये गये है। कलेक्टर ने बैठक में मत्स्य पालन विभाग के अंतर्गत संचालित योजनाओं और जिले में मछली पालन कर रहे किसानों की जानकारी ली। बैठक में संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।