समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की

जर्जर स्कूल भवनों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों को बेहतर बनाने हेतु नियमित रूप से निरीक्षण करने के दिए निर्देश
बालोद। कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने संयुक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में जिले में शासन के जन कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने हेतु विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में उन्होंने जिले के जर्जर स्कूल भवनों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों के स्थिति में सुधार हेतु किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने जिला स्तरीय तकनीकी टीम के अधिकारियों को नियमित रूप से स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। श्री चन्द्रवाल ने अधिकारियों को स्कूलांे एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों का नियमित रूप से निरीक्षण कर जर्जर भवनों को आवश्यकतानुसार डिस्मेंटल एवं मरम्मत कर इन भवनों को बेहतर बनाने हेतु जरूरी उपाय सुनिश्चित करने को कहा। कलेक्टर ने कहा कि स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरी है। उन्होंने किसी भी स्थिति में जर्जर भवनों में कक्षा संचालित नही करने तथा स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्र भवन जर्जर होने पर उपयुक्त भवनों में कक्षा संचालन की वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे, संयुक्त कलेक्टर डीआर ठाकुर एवं पूजा बंसल सहित जिले के सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों के अलावा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक में श्री चन्द्रवाल ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से राज्य सरकार के द्वारा अभी हाल में ही पदस्थ किए गए ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा देने के लिए 02 वर्षों के अनुबंध वाले कुल 22 चिकित्सा अधिकारियों में से अब तक कार्यभार ग्रहण करने वाले चिकित्सा अधिकारियों के संबंध में जानकारी ली। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले मंे अब तक 19 नव नियुक्त चिकित्सा अधिकारियों ने अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इन सभी नव नियुक्त चिकित्सा अधिकारियों को जिला चिकित्सालय बालोद में 15 दिन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके उपरांत इन्हें इनके पदस्थापना स्थल में कार्य करने भेजा जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इन सभी चिकित्सा अधिकारियों को एमबीबीएस की परीक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत 02 वर्षों के अनुबंध के आधार पर इनकी नियुक्ति ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा प्रदान करने के लिए की गई है। उन्होंने बताया कि इनकी नियुक्ति से काफी हद तक जिले में चिकित्सकों की कमी की समस्या दूर होगी। बैठक में श्री चन्द्रवाल ने विभागवार समय-सीमा के लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए सभी प्रकरणों का निर्धारित समयावधि में निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। श्री चन्द्रवाल ने जिले के सुदूर वनांचल के आदिवासी बाहुल्य ग्राम हुच्चेटोला के ग्रामीणों के वार्षिक आय को दुगुना करने हेतु किए जा रहे उपायों की भी समीक्षा की। इसके अंतर्गत उन्होंने विभिन्न विभागों के द्वारा अपने-अपने विभागीय योजनाओं से ग्रामीणों को लाभान्वित कर ग्रामीणों के आय में वृद्धि हेतु किए जा रहे कार्यों के संबंध में भी जानकारी ली। इस दौरान श्री चन्द्रवाल ने अंतर विभागीय समन्वय के प्रकरणों की भी समीक्षा की।