मनरेगा से मिला पक्का बकरी शेड, विष्णु के जीवन में आया नया उजाला
दुर्ग, 27 नवम्बर 2025। विकासखण्ड धमधा के ग्राम पंचायत हरदी निवासी पशुपालक श्री विष्णु प्रसाद पटेल के जीवन में मनरेगा योजना ने एक नया उजाला लेकर आया। कृषि और पशुपालन रोजगार का मुख्य साधन बनाए रखने वाले श्री पटेल के लिए बकरियों के लिए सुरक्षित आश्रय हमेशा एक बड़ी चुनौती रहा। कच्चे शेड के कारण बारिश, ठंड और बीमारियों से बकरियों को नुकसान होता था, जिससे आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ रहा था।
इस समस्या को देखते हुए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत वर्ष 2024-25 में 0.85 लाख रुपये की स्वीकृति से उनके लिए 4.20ग्3.00 मीटर आकार का पक्का बकरी शेड स्वीकृत कर निर्माण कराया गया। इस कार्य से न केवल श्री पटेल को 4000 रुपये की मजदूरी प्राप्त हुई, साथ ही स्थानीय ग्रामीणों को भी रोजगार के अवसर मिले।
पक्का बकरी शेड बनने के बाद सबसे बड़ा लाभ बकरियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य में हुआ। अब जानवर मौसम के प्रभाव से सुरक्षित हैं, जिससे बीमारी की संभावना कम हो गई है। इसका सीधा असर दुग्ध उत्पादन पर पड़ा और उत्पादन में वृद्धि हुई। वर्तमान में श्री विष्णु प्रसाद के पास 25 बकरियां हैं, जिनसे प्रतिदिन 4-8 किलो दूध प्राप्त हो रहा है। इससे उन्हें प्रति माह 8 हजार से 10 हजार रुपये की अतिरिक्त आय होने लगी है, जो उनके परिवार की आर्थिक मजबूती का स्थायी आधार बन चुकी है। कार्यक्रम अधिकारी, तकनीकी सहायक मोहन कुमार एवं ग्राम पंचायत हरदी के सरपंच ने बताया कि ग्राम सभा में लिए गए प्रस्ताव के आधार पर इस कार्य को प्राथमिकता दी गई और मॉडल प्राक्कलन के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण निर्माण समय पर पूरा कराया गया।
अपने अनुभव साझा करते हुए श्री विष्णु प्रसाद भावुक होकर कहते हैं-मनरेगा की बकरी शेड योजना ने मेरेे जीवन में बड़ा परिवर्तन लाया है। अब मेरे जानवर सुरक्षित हैं और दूध उत्पादन से मेरी आमदनी बढ़ रही है। इसके लिए मैं शासन और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करता हूँ।
