सितली के पुनर्जीवन के लिए सर्व समाज से सहयोग की अपील
स्वाध्याय केंद्र समिति न बुलाई महत्वपूर्ण बैठक
महासमुंद। स्वाध्याय केंद्र समिति के सदस्यों व पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक रविवार शाम स्वाध्याय केंद्र कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक का मुख्य उद्देश्य शहर में विलुप्त हो चुके ‘सितली नाला’ को पुनर्जीवित करने की महत्वाकांक्षी परियोजना पर विचार-विमर्श करना रहा। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से इस परियोजना को तत्काल आगे बढ़ाने पर सहमति जताई। समिति ने इस महत्वपूर्ण कार्य को सफल बनाने के लिए सर्व समाज के सहयोग की अपेक्षा की है और एक व्यापक समन्वय स्थापित करने का निर्णय लिया है।
सितली नाला परियोजना को एक जन-अभियान का रूप देने के लिए, स्वाध्याय केंद्र समिति ने समाज के सभी वर्गों और संस्थाओं से सहयोग की अपेक्षा की है। प्रमुख रूप से शहर के सभी समाज जैन, सिंधी, सिख, माहेश्वरी, यादव, कुर्मी, साहू, कलार, देवांगन, सोनार, गोड़, उत्कल, सतनामी, मेहर समाज के साथ अन्य सभी समाज के सहयोग और शहर में गठित सभी संघ, तथा सभी एसोसिएशन से सहयोग हेतु संपर्क किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, सेवानिवृत्त कर्मचारी-अधिकारी संघ, व्यापारी संघ, क्षेत्र के माननीय सांसद व विधायक, नपाध्यक्ष, पार्षद गण, और सभी गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) से इस परियोजना में सक्रिय भागीदारी का अनुरोध किया जाएगा।
समिति का मानना है कि शहरवासियों के सामूहिक सहयोग और व्यापक भागीदारी से ही इस परियोजना को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाया जा सकता है और सितली नाला को उसका पुराना स्वरूप लौटाया जा सकता है। अध्यक्ष लक्ष्मीकांत पाणिग्रही ने कहा कि सितली नाला का पुनर्जीवन सिर्फ एक परियोजना नहीं, बल्कि शहर के भविष्य के लिए एक आवश्यकता है। हम सभी से अपील करते हैं कि वे इस पुनीत कार्य में आगे आएं और सितली नाला के विकास में अपना योगदान दें। बैठक में स्वाध्याय केंद्र समिति के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत पाणिग्रही, पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा, नगर पालिका उपाध्यक्ष देवीचंद राठी, सचिव मोहन साहू, कोषाध्यक्ष चंद्रशेखर साहू, तथा सदस्य रितेश गोलछा, विक्की गुरुदत्ता, भरत खत्री, सुरेन्द्र महाराज और केंद्र प्रभारी सुरेन्द्र ठेठवार उपस्थित थे।
