मेडिकल कॉलेज की समस्याओं से रूबरू हुए डॉ. चोपड़ा

महासमुंद। चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक एवं स्वायत्तशासी बॉडी के प्रदेश सरकार द्वारा नामांकित सदस्य डॉ. विमल चोपड़ा ने मेडिकल कॉलेज महासमुंद की विभिन्न समस्याओं को जानने के लिए डीन सहित विभिन्न लोगों से चर्चा की।
उपस्थितों ने सी-आर्म और सिटी स्कैन मशीन जैसी महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों की खरीदी की समस्याएं बताई। सिटी स्कैन, सी आर्म मशीन, भर्ती और जो भी बिंदु है सभी चीजों के लिए लिखा जा चुका है, लेकिन अभी भी अनुमति नहीं मिलने के कारण रुका हुआ है। विभाग में राशि की कमी नहीं है, इन सबके लिए जो राशि है, वह आवंटित हो चुकी है। लेकिन, अनुमति नहीं मिली है। सिर्फ अनुमति की जरूरत है। इसके लिए पहले ही शासन को पत्र लिखा जा चुका है, पर अनुमति नहीं मिल रही है। भर्ती के लिए जो तीसरे और चौथे ग्रेड के लोग हैं जिनकी अस्पताल में आवश्यकता है, जिसके लिए यहां फंड भी उपलब्ध है, लेकिन शासन से आरक्षण रोस्टर न मिलने के कारण, ये संविदा नियुक्ति रुकी हुई है, जिसके लिए शासन से अनुमति चाहिए। और छात्रों के लिए हॉस्टल व्यवस्था के लिए वन विभाग के कैंपस की अनुमति की आवश्यकता के साथ यह सभी समस्याएं बताई गई। जिस पर डॉ. चोपड़ा ने आश्वस्त किया कि सभी महत्वपूर्ण विषयों और समस्याओं का निराकरण हो, इसके लिए वह इन सभी मुद्दों को शासन के समक्ष रखेंगे।
बैठक के दौरान ही डॉ. चोपड़ा ने सीजी एमएससी के अध्यक्ष दीपक मस्के से फोन पर उनसे बात की और उन्हें अवगत कराया, जिस पर उन्होंने कहा कि वे अभी बिहार चुनाव में हैं और वहां से आते ही इन सब समस्याओं का निराकरण तत्काल करेंगे। डॉ. चोपड़ा ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के लिए जो रास्ता है, उसमें भी दिक्कत है। उस रास्ते के निर्माण के लिए भी कोई फंड नहीं है। उसके लिए भी उन्होंने दीपक मस्के से चर्चा की। ताकि, वहाँ पहुंच मार्ग बन सके। डॉ. चोपड़ा ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने इसके लिए निरीक्षण के दौरान ही निर्देश दिया था। हॉस्टल के विषय में डॉ. चोपड़ा ने शाम को कलेक्टर और डीएफओ से भी चर्चा की, जिस पर डीएफओ ने भी रुचि दिखाते हुए कहा कि ऊपर सीसीएफ से यदि निर्देश हो जाता है तो हॉस्टल के लिए कैंपस की अनुमति देने में कोई आपत्ति नहीं है।
बैठक में डॉ. रेणुका गहिने (अधिष्ठाता), डॉ. बसंत माहेश्वरी (संयुक्त संचालक व सह अधीक्षक), डॉ. अलखराम वर्मा (प्राध्यापक फिजियोलॉजी), डॉ. राजीव खरे (प्राध्यापक मेडिसिन), डॉ. नरेंद्र नरसिंह (सह प्राध्यापक सर्जरी), डॉ. नेहा ठाकुर (सह अध्यापक प्रसूति विभाग) और डॉ. नेहा अग्रवाल (सह प्राध्यापक दंत रोग विभाग) सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।