आजादी के पहले से आयोजित हो रहा गुजराती समाज का रास गरबा

अष्टमी पर समाज ने मां अंबे को लगाएं 56 भोग
महासमुंद। नवरात्रि पर्व में मां अंबे की आराधना करते हुए समाजजन रास गरबा के माध्यम से झूम उठते हैं। अनेक समुदाय के लोग अपने-अपने तरीके से उत्साहपूर्वक मनाते हैं। महासमुंद में देश की आजादी के पूर्व से गुजराती समाज में गरबा लगभग 80 वर्षों से अधिक समय से आयोजित किया जा रहा है, तब यह रास नगाड़े की ताल पर गरबा गाते हुए खेला जाता था। गुजराती समाज के बच्चे युवा, बूढ़े, महिला एवं पुरूषों के द्वारा प्रत्येक संध्या से लेकर देर रात तक रास गरबा करते हैं। समाज के बच्चे, युवक-युवती एवं महिलाएं पुरूष पारंपरिक पोषाक चड़िया चोली और पुरूष वर्ग कुर्ता पैजामा पहनकर डांडिया रास गरबा करते हैं। स्टेशन पारा स्थित गुजराती समाज का देव स्थल में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गुजराती समाज द्वारा नवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। यहां मां की आराधना रास गरबा के माध्यम से की जा रही है। इसके लिए बड़े मैदान के मध्य चाचर चोक में माता की प्रतिमा रख गरबा रखा जाता है। इस गरबे के चारों ओर गुजराती समाज के लोगों द्वारा रास गरबा विभिन्न प्रकार में किए जाते हैं जो कि प्रमुख रूप से तीन ताली, चौकड़ी, पांचेया, छकड़ी, सनेडो डांडिया रास किया जाता है। यह रास गरबा देर रात तक चलता है पश्चात आरती से रास का समापन किया जाता है। यह नवरात्रि पर्व हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इसमें गुजराती समाज के लोग बड़ी संख्या में हिस्सा ले रहे हैं। नवरात्रि के अष्टमी के मौके पर समाज द्वारा मां अंबे को 56 भोग अर्पित किया गया। वहीं हवन अनुष्ठान तथा नवरात्रि के अंतिम दिन भव्य रास गरबा का भी आयोजन किया जाएगा।
बरसते पानी में मां की भक्ति
घुमतो-घुमतो जाए आज मां नो गरबो घूमतो जाए, बता दें चाचर चौक में गरबे पर ज्योत प्रज्वलित कर उसके चारों तरफ घेरा बनाकर मां की आराधना करते हुए रास गरबा किया जाता है। इस वर्ष ऐसा भी पल आया कि भक्तों ने बरसते हुए पानी में रास गरबा करते हुए मां की आराधना की। बता दें कि गुजराती समाज नवरात्रि में रास गरबा किए बिना एक दिन भी नहीं रहता, चाहे वह बारिश ही क्यों ना हो, इसी बारिश की बूंद में मां की आराधना करते हुए रास गरबा किया गया, जो कि अद्भुत पल था।
विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित
समाज द्वारा प्रत्येक दिन रास गरबा को मनोरंजक बनाने के लिए प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। जिसमें बच्चों, पुरूष वर्ग एंव लड़कियों-महिलाओं के डाडिया रास गरबा प्रतियोगिता बेस्ट कपल, बेस्ट फैमिली, बेस्ट पिता बच्चों की जोड़ी, बच्चों के लिए प्रथम श्रेणी में 7 वर्ष के बच्चों के लिए व द्वितीय श्रेणी में 15 वर्ष तक के बच्चों के लिए, स्टैमिना रास डांडिया प्रतियोगिता पुरुष वर्ग, महिला वर्ग के लिए बेस्ट डांडिया प्लेयर ऑफ द ईयर पुरुष वर्ग एवं महिला वर्ग के लिए व आरती थाल सजावट प्रतियोगिता के आयोजन में प्रतिभागी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। साथ ही इस साल डांडिया रास के दौरान अलग-अलग रंगीन चस्मे, लाल रंग के कपड़े, रंगीन छाता के साथ रास गरबा आकर्षण का केंद्र है।