बेलसोंडा में हरेली तिहार मनाया गया, किया पारंपरिक खेलों का आयोजन

महासमुंद। बेलसोंडा में छत्तीसगढ़ के पहले त्योहार हरेली पर हरियाली दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। यह आयोजन सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि गांव के लोगों, विशेषकर महिलाओं के लिए अपने बचपन की यादों को ताजा करने और व्यस्त जीवन से कुछ पल निकालकर मनोरंजन करने का एक सुनहरा अवसर बना।
कार्यक्रम में विभिन्न पारंपरिक खेलों का आयोजन किया गया। जिसमें जनाउला, फुगड़ी, खो-खो जैसे खेलों में महिलाओं और युवतियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जनपद उपाध्यक्ष हुलसी जितेंद्र चंद्राकर प्रतिवर्ष यह आयोजन कराती हैं। चंद्राकर का कहना है कि छत्तीसगढ़ी संस्कृति हमारी धरोहर है, उन्हें जीवित रखना हमारी जिम्मेदारी है। खेल के प्रतिभागी विजताओं को मुख्य अतिथि सरपंच प्रीति धीवर, विशिष्ट अतिथि पंचगण कुंती धीवर, वीणा धीवर, नेहा धीवर, नर्मदा धीवर, वरिष्ठ शिक्षिका सुखबती कन्नौजे, दशोदा चंद्राकर ने पुरस्कृत किया। जनाउला के विजेता केजा धीवर, रूखमणी बाई, कुमारी धीवर, फुग्गाफोड़ में कुंती धीवर, फुगड़ी में कीर्ति साहू रहे। कार्यक्रम में शीलू, भगवती, नेमिन, हुलास, तुलसी, दशोदा, रुक्मणी, दसमत, लक्ष्मी, अंजलि, मथुरा, कमला, सुशीला, दुलारी, रामबाई, मनटोरा आदि उपस्थित रहीं।