महतारी वंदन योजना से सशक्त हुई हीरोंदी कड़ियाम की जिंदगी

नारायणपुर, 23 जुलाई 2025// श्रीमती हीरोंदी कड़ियाम, पति चतुर सिंह कड़ियाम, मूलतः छत्तीसगढ़ के छोटेडोंगर की निवासी हैं। पांच बच्चों की मां हीरोंदी पहले साप्ताहिक बाजारों में लाई और चना बेचकर अपने परिवार की जीविका चलाया करती थीं। सीमित आय के कारण कई बार उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।
लेकिन जब से राज्य शासन द्वारा शुरू की गई महतारी वंदन योजना के तहत हर महीने 1000 रुपये की सहायता राशि मिलने लगी, तब से हीरोंदी कड़ियाम की जिंदगी में एक नया मोड़ आया। इस राशि को उसने अपने व्यवसाय में लगाया और अब वह सिर्फ लाई और चना ही नहीं, बल्कि मूंगफली, मिध्वर, बिस्किट, नड्डा जैसी कई अन्य खाद्य सामग्रियों की भी बिक्री करने लगी।
हीरोंदी अब छोटेडोंगर, फरसबेड़ा और ओरछा के साप्ताहिक बाजारों में आत्मविश्वास से व्यवसाय कर रही हैं। उनकी आय पहले की तुलना में दोगुनी हो चुकी है और अब वह अपने बच्चों की जरूरतों को पूरा कर पाने में सक्षम हैं।
हीरोंदी कड़ियाम आज अपने आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता के साथ जी रही हैं और इसके लिए वे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद देती हैं, जिनकी इस योजना ने उन्हें और उनके जैसे कई महिलाओं को आर्थिक मजबूती दी है। यह कहानी केवल एक महिला की नहीं, बल्कि उस बदलाव की है जो योजनाएं जब ज़मीन पर उतरती हैं तो समाज को नई दिशा देती हैं।