कलेक्टर ने गंभीर कुपोषित बच्चों की देखभाल हेतु सहमति दी

कामेश एवं यश की अब मिलेगा नियमित रूप से पौष्टिक आहार एवं स्वास्थ्य जांच की सुविधा
गरियाबंद 23 जुलाई 2025/ जिले में गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों की स्थिति के स्वास्थ्य में सुधार लाने के उद्देश्य से जनप्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारियों, शिक्षकों, गणमान्य नागरिकों, समाजसेवी संस्थाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं, व्यापारी संगठनों, मीडिया प्रतिनिधियों के द्वारा गभीर कुपोषित बच्चों को उत्साहपूर्वक गोद ले रहे है, ताकि जिले के कोई भी बच्चे कुपोषित न रहे। इसके तहत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चिन्हांकित बच्चों की उचित देखभाल एवं 06 माह तक निर्धारित पौष्टिक सामग्री उपलब्ध कराने हेतु सहमति प्रदान कर रहे है। इसी तारतम्य में कलेक्टर भगवान सिंह उइके ने जिला मुख्यालय गरियाबंद के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 3 रावनभाठा के तीन वर्षीय गंभीर कुपोषित बालक कामेश ध्रुव के उचित देखभाल एवं 06 माह तक निर्धारित पौष्टिक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए सहमति प्रदान की है। जिससे कि गंभीर कुपोषित कामेश को मध्यम सुपोषित श्रेणी में लाया जा सके जिससे उसका शारीरिक और मानसिक विकास अवरूद्ध न हो और वे आगामी समय में पूरी क्षमता के साथ जीवन यापन करने में सक्षम बन सके। इसी प्रकार अपर कलेक्टर नवीन कुमार भगत ने आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 2 मजरकट्टा के तीन वर्षीय गंभीर कुपोषित बालक यश कुमार ध्रुव को गोद लिया और के उचित देखभाल एवं 06 माह तक निर्धारित पौष्टिक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए सहमति प्रदान की है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक पाण्डेय ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चिन्हांकित बच्चों को नियमित रूप से पौष्टिक आहार, स्वास्थ्य जांच और निगरानी प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले 920 गंभीर कुपोषित बच्चे है, जिसमें से 680 बच्चों को गोद लिया गया है। उन्होंने बताया कि जिले के नागरिकों में जिले को कुपोषण से मुक्त करने के लिए काफी उत्साह देखा जा रहा है। इस दौरान सीडीपीओ चन्द्रहास साहू, सेक्टर सुपरवाईजर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं गंभीर कुपोषित बच्चों के पालकगण उपस्थित थे। जिले में कुपोषण की दर को कम करने के लिए जिला मुख्यालय गरियाबंद के वन विभाग ऑक्सन हॉल में शुक्रवार 25 जुलाई को मेगा हेल्थ शिविर का आयोजन किया जायेगा। जिसमें राजधानी रायपुर के बाल गोपाल चिल्ड्रन हॉस्पिटल के प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक भट्टर एवं उनके टीम द्वारा जिले के कुपोषित बच्चों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जाएगा।