विकसित कृषि संकल्प अभियान, 80 स्थानों में आयोजित किए गए प्रशिक्षण कार्यक्रम

कोंडागांव, 13 जून 2025। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “विकसित भारत संकल्प यात्रा” के अंतर्गत आयोजित विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत 29 मई से 12 तक रथ के माध्यम से गाँव- गाँव जाकर खरीफ फसल हेतु कृषकों से सम्पर्क किया गया। इस दौरान 80 प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से जिले के किसानों को कृषि के विभिन्न आयामों तथा शासकीय योजनाओं से अवगत कराया गया। कृषि विज्ञान केंद्र, कोंडागांव व अन्य सहयोगी कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, पशु विभाग व मत्स्य विभाग के अमले के साथ विकसित कृषि संकल्प अभियान कोंडागांव जिले में तीन मार्ग बना कर गाँव गाँव जाकर उन्नत खेती, जैविक खेती, जल संरक्षण, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन आदि विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। इन प्रशिक्षण में प्रमुखता से नई तकनीक के प्रसार हेतु आधुनिक कृषि यंत्रों, ड्रोन, स्मार्ट खेती और सिंचाई के उन्नत तरीकों की जानकारी दी गई। योजनाओं से जोड़ने किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम फसल बीमा योजना, आत्मनिर्भर कृषि अभियान आदि सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई और स्थानीय स्तर पर किसानों की समस्याओं को समझकर उनका समाधान किया गया। यह अभियान किसानों की आमदनी को दोगुना करने तथा समावेशी और सतत कृषि विकास को सुनिश्चित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है। यह अभियान न केवल किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाता है, बल्कि उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों से भी जोड़ता है। इससे उत्पादकता बढ़ती है, लागत घटती है और पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलती है। केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. ओम प्रकाश समस्त प्रशिक्षण के दौरान जलवायु परिवर्तन की चुनौती को देखते हुए टिकाऊ कृषि, मृदा स्वास्थ्य सुधार,जैविक स्ट्रेस प्रबंधन, सूक्ष्म जीवों के प्रयोग एवं जैव उत्पादों के प्रभाव पर प्रकाश डाला, साथ ही किसानों को मछली उत्पादन से जुड़े विभिन्न आयामों के बारे में अवगत कराया एवं संसाधनों के समुचित उपयोग पर जोर दिया। केंद्र के उद्यानिकी विशेषज्ञ डॉ. सुरेश कुमार मरकाम ने फसल विविधीकरण, जैविक एवं प्राकृतिक खेती जल प्रबंधन, यंत्रीकरण और वैज्ञानिक फसल योजना के महत्व को रेखांकित किया। डॉ हितेश कुमार मिश्रा, पशुपालन विशेषज्ञ ने कृषकों को समेकित खेती करने तथा सफल माडल के बारे में बताया तथा पशु में वर्षा ऋतू में रोग व उसके निदान टीकाकरण आदि के बारे में बताया। दिनेश सिन्हा, कार्यक्रम सहायक कीट विज्ञान ने पौधों में रोगों के लक्षण व उनके निदान के बारे में बताया साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना एवं किसान क्रेडिट कार्ड सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी सरल भाषा में किसानों को दी। इस अवसर पर किसानों को तकनीकी बुलेटिन, पंपलेट एवं अन्य प्रचार सामग्री का वितरण किया गया, जिससे वे नवाचार आधारित खेती की ओर अग्रसर हो सकें। उद्यानिकी विभाग के द्वारा किसानों को सब्जी के उन्नत बीजों का भी वितरण किया गया। इस प्रकार विकसित कृषि संकल्प अभियान के माध्यम से ग्रामीण अंचलों में तकनीकी ज्ञान के प्रसार और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सशक्त पहल को रेखांकित किया गया। कार्यक्रम में कृषि विभाग के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, विकासखंड तकनीकी प्रबंधक, पशु चिकित्सा सहायक शल्यगज्ञ, सहा.पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी एवं मत्स्य अधिकारी व अन्य विभाग से संबंधित अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।