12वीं बोर्ड के हिन्दी के पहले पेपर छात्रों के लिए रहा आसान

3 से होगी 10वीं की परीक्षा
महासमुंद। 12वीं बोर्ड परीक्षा का पहले दिन हिन्दी के पेपर से शुरू हुई। परीक्षा के बाद परीक्षा केन्द्रों से निकले परीक्षार्थियों के चेहरे खिला रहा। अब तीन मार्च से 10 वीं की बोर्ड परीक्षा हिन्दी विषय के पेपर से शुरू होगी।
बता दें कि शनिवार से बोर्ड परीक्षा की शुरूआत हो गई है। परीक्षा में नियमित तथा स्वाध्यायी विद्यार्थी हिस्सा ले रहे हैं। 12वीं बोर्ड की परीक्षा की शुरूआत हिन्दी विषय से हुई। परीक्षा केन्द्रों से निकले परीक्षाथिर्यों के चेहरे पर मुस्कान थी। विद्यार्थियों ने बताया कि हिन्दी का पेपर सरल था जिससे हल करने में कोई खास कठिनाई नहीं हुई। लेकिन, गणित, विज्ञान, वाणिज्य के लिए उन्हे काफी मेहनत करनी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि बोर्ड परीक्षा से पहले हुई प्री बोर्ड परीक्षा के चलते बोर्ड का पैटर्न समझने में आसानी हुई साथ ही बोर्ड परीक्षा से पहले पूरे साल की पढ़ाई का आंकलन हुआ जिसके आधार पर बोर्ड परीक्षा की तैयारी में मदद मिली। बता दें कि इस साल कक्षा 12 वीं की बोर्ड परीक्षा में कुल 9 हजार 176 परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। वहीं 10वीं की बोर्ड परीक्षा तीन मार्च से शुरू होगी। इस बार 10वीं में कुल 12 हजार 658 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। इस साल छग माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी समय सारिणी के अनुसार शनिवार से 12वीं की परीक्षा शुरू हुई जो 28 मार्च तक चलेगी। इसी प्रकार 10 वीं की परीक्षा 3 मार्च से शुरू होकर 24 मार्च तक चलेगी। उक्त बोर्ड परीक्षाएं जिले के 115 परीक्षा केंद्रों में संपन्न हो रही है। जिसमें 2 हाईस्कूल और 113 हायर सेकंडरी स्कूल के केन्द्र शामिल हैं। इस साल विकासखंड बागबाहरा में दो नया परीक्षा केंद्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लमकेनी और शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बकमा को शामिल किया गया है। पिछले साल की तुलना में इस साल कम विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं।
वर्तमान शिक्षा सत्र में कक्षा 10वीं की परीक्षा के लिए 12658 विद्यार्थियों ने आवेदन दिया है, पिछले साल इनकी संख्या 14127 थी । यानि पिछले शिक्षा सत्र से इस शिक्षा सत्र में 1469 परीक्षार्थी कम हैं। इसी तरह इस साल 12वीं की परीक्षा के लिए कुल 9176 ने परीक्षा फॉर्म भरे हैं। पिछले सत्र में यह संख्या 10428 थी। इस कक्षा के लिए भी इस साल गत वर्ष की अपेक्षा 1252 विद्यार्थी कम हिस्सा ले रहे हैं।
उड़नदस्ता दल कर रहे हैं निगरानी
जिला शिक्षा अधिकारी मोहन राव सावंत ने बताया कि बोर्ड परीक्षा में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो इसके लिए जिला स्तर पर पांच उड़नदस्ता दल बनाया गया है । एक उडनदस्ता दल में पांच कर्मचारी होंगे। इसी तरह तहसील स्तर पर भी पांच दल , प्रत्येक दल में तीन कर्मचारी होंगे जो परीक्षा के समय निगरानी करेंगे।