दस देवी देवताओं के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए महामाया तालाब से निकली जल कलश यात्रा

महासमुंद। गुप्त नवरात्रि के अवसर पर स्थानीय महामाया मंदिर में आयोजित होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए बाजे-गाजे व जीवंत झांकी का प्रदर्शन करते हुए जल कलश यात्रा निकली। महामाया मंदिर से वरूण देव की पूजा अर्चना के बाद जल कलश यात्रा निकली जो नगर भ्रमण करते हुए वापस महामाया मंदिर पहुंची। बिठोबा टाकीज चौक, अंबेडकर चौक, नेहरू चौक, दुर्गा मंदिर चौक, गांधी चौक होते हुए जल कलश यात्रा पहुंची। इस दौरान लोगों ने जल कलश यात्रा में शामिल लोगों का उत्साहवर्धन करते हुए आतिशबाजी की। आचार्य पंकज तिवारी ने यज्ञ स्थल में कलश को स्थापित कर गणेश पंचांग पूजन व मंडप प्रवेश से प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरूवात की। 3 से 7 फरवरी तक आयोजित इस समारोह में दस देवी देवताओं की मृर्तियां विराजित की जा रही है। पिछले तीन वर्षों से इसकी तैयारी की जा रही थी। किंतु जयपुर से मृर्तियां नही आने के कारण यह कार्यक्रम लगातार टलता रहा है। एक माह पूर्व मूर्तियों के आ जाने के बाद प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी जोरशोर से शुरू हुई। महामाया मंदिर में स्थित शिवालय के पास ही यज्ञ मंडप बनाया गया है। जिसमें 4 फरवरी से वेदी पूजन, अग्नि स्थापन व वस्तु पूजन विधान विधिवत शुरू होगा। जल कलश यात्रा के आगे-आगे जीवंत झांकी में शिव परिवार व देवी के विभिन्न रूपों का प्रदर्शन करते झांकी के कलाकार चल रहे थे।