अति संवेदनशील क्षेत्रों में ईसंजीवनी पहल से क्रांति: अरनपुर, पालनार जैसे दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों को मिल रही टेलीमेडिसिन की सुविधा

दंतेवाड़ा, 31 अगस्त 2024।जिला प्रशासन की ईसंजीवनी टेलीमेडिसिन पहल अति संवेदनशील क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में अहम भूमिका निभा रही है। अरनपुर, पालनार और अन्य दूरस्थ उप-स्वास्थ्य केंद्रों (SHCs) के माध्यम से यह पहल लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उनके घरों के पास पहुंचा रही है। जहां पहले इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच मुश्किल थी, वहीं अब यह पहल लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है। वर्तमान में प्रतिदिन 50 से अधिक मरीज ईसंजीवनी के माध्यम से टेलीमेडिसिन सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं। इस सेवा के माध्यम से मरीज जिला अस्पतालों के डॉक्टरों और विशेषज्ञों से कंसल्टेशन कर रहे हैं, जिससे उन्हें गांव से बाहर गए बिना ही जांच, उपचार और परामर्श मिल रहा है।
ईसंजीवनी पहल की मुख्य विशेषताएं:
इसके साथ ही दूरस्थ उप-स्वास्थ्य केंद्रों में टेलीमेडिसिन: अरनपुर और पालनार जैसे उप-स्वास्थ्य केंद्रों को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित किया गया है, जिससे मरीज वीडियो कॉल के माध्यम से सीधे डॉक्टरों से परामर्श ले सकते हैं। गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा घर पर: मरीजों को वीडियो कॉल के जरिए समय पर परामर्श और प्रिस्क्रिप्शन दिया जाता है, जिससे नक्सल प्रभावित और दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की आसान पहुंच मिल रही है।समग्र स्वास्थ्य देखभाल: यह सेवा नियमित चेकअप और पुरानी बीमारियों के लिए भी परामर्श उपलब्ध कराती है, जिससे उन लोगों को राहत मिल रही है जिन्हें लगातार चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है।
ईसंजीवनी ने स्वास्थ्य सेवा में एक नई क्रांति की शुरुआत की है और यह सुनिश्चित किया है कि हर व्यक्ति को समय पर और उचित चिकित्सा सेवा प्राप्त हो।